एक तारीख से लापता ग्रामीण की लाश मिली गोंदली केनाल किनारे गड्ढे में, सिर गायब, बचा था सिर्फ ढांचा, पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव भेजा गया
बालोद/मालीघोरी, तस्वीर- सौजन्य .बोधन भट्ट। गोंदली डैम के अमलीडीह के नजदीक केनाल के पास एक गड्ढे में पानी में डूबे हुए एक शव मिलने से इलाके में दिनभर सनसनी फैली रही तो ही चर्चा का विषय रहा कि यह कोई हत्या तो नहीं। घटनास्थल का दृश्य ही ऐसा था कि वहां कोई आत्महत्या करने के लिए कैसे जाएगा और आत्महत्या भी कोई पानी में डूब कर क्यों करेगा। हत्या है या आत्महत्या या कोई हादसा है अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। पर लाश की स्थिति ऐसी थी कि यहां पीएम नहीं हो सका। सिर गायब था सिर्फ ढांचा बचा था। शव का काफी सड़ चुका था। खेरथाडीह के रहने वाले परिजन पिता करण सिंह ने अपने बेटे मृतक गोपेश मंडावी उम्र 29 वर्ष को उनके कपड़ों से पहचाना। पत्नी भी आई, वह भी कपड़ों से पहचान कर रोने लगी। घर वालों ने बताया कि 1 सितंबर से शाम को वह घर से निकला हुआ था। उसके बाद नहीं आया। परिजन रिश्तेदारों में खोजबीन कर रहे थे। मृतक गोपेश मंडावी खेती किसानी करता है। बालोद थाना प्रभारी मनीष शर्मा ने बताया कि मौत कैसे हुई है, इसकी अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है। पीएम रिपोर्ट का इंतजार है। पीएम के लिए लाश चूंकि ज्यादा सड़ चुकी थी इसलिए मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव भेजा गया है। तो वही मामले की जांच कर रहे मेजर मुरली यादव व आत्माराम धनेलिया ने बताया कि ग्रामीणों से पता चला कि मृतक शराबी प्रवृत्ति का था। शराब पीकर घूमते रहता था। आशंका है कि शराब के नशे में तो कहीं केनाल में नहीं गिरा होगा। मृतक खेती किसानी करता था।