वेस्ट से बेस्ट के फार्मूले से इस शिक्षिका ने पाया बेहतर मुकाम, हमारे नायक में हुई चयनित

बालोद। पढ़ई तुंहर द्वार ,छत्तीसगढ़ पोर्टल में हमारे नायक के रूप में कैशरीन बेग,व्याख्याता,शा हाई स्कूल भण्डेरा,संकुल भण्डेरा विकासखण्ड डौंडी लोहारा,
जिला बालोद का चयन हुआ। उनका चयन टॉय पेडागोजी में खिलौना निर्माण से हुआ। इनके द्वारा किये गए कार्य-जितने भी गतिविधियां की गई हैं वेस्ट मटेरियल से बने हुए हैं।

ये हैं उनके प्रमुख कार्य

  1. गणित प्रयोगशाला निर्माण
    शून्य निवेश से नवाचार द्वारा तैयार की गई प्रयोगशाला है। जिसमे लगभग 350 मॉडल बने हुए हैं।
  2. खराब ट्यूब लाइट से सेल्फी जोन बनाया गया,प्रवेश उत्सव को आकर्षित बनाने के लिए तैयार किया गया।
  3. शाला परिसर में लगे पौधों की सुरक्षा हेतु टूटे हुए बेंच ,कुर्सी के फ्रेम से घेरा बनाया गया ।
  4. बाल विज्ञान कॉंग्रेस द्वारा कबाड़ से जुगाड़ पर गांव की सर्वे किया गया। जिसमें वेस्ट
    वस्तु की मात्रा,उपयोग ,प्रबंधन
    गया,निपटारा,घर ,पोस्ट ऑफिस ,स्कूल,आँगनबाड़ी दुकान इत्यादि स्थान का सर्वे किया गया। हस्तकला की वस्तु बनाना।

5 .व्यवसायिक शिक्षा देना,
वेस्ट समान,पेपर,कार्डबोर्ड,बोटल, पोटलथिन से तैयार कर हस्तकला को समान से आमदनी हो सिखाया जाता हैं। शो पीस,डोरमैट, पेपर बेग,विभिन्न प्रकार के फ्लावर।

6.कचड़े का प्रबंधन हेतु कार्य
गांव क्षेत्र में कचरे के निपटान
हेतु कोई भी प्रबंधन नही रहता।
गांव के लोग उसे जुगाड़ करके
निपटान करते है, किंतु उनके बच्चों, उनके पहल द्वारा लोहारा
नगर पंचायत से गाड़ी की व्यवस्था की गई हैं जो कचरे का निपटान करेगी।

7.प्लास्टिक मुक्त ग्राम बनाने
सिंगल यूज़ प्लास्टिक, अन्य सामान जो प्लास्टिक से पैक
रहे उनके उपयोग न करने,कपड़े के बैग,पेपर बैग के इस्तेमाल करने के लिए जन जागरूकता किया गया।

8.तीन वर्ष तक होने वाले स्टेट जम्बूरी में हस्तकला प्रदर्शनी,ग्लोबल विलेज में प्रथम पुरुकार प्राप्त किया। जोकि मेरे बच्चों, उनके द्वारा तैयार किये गए कबाड़ से जुगाड़ द्वारा ही बना था
मात्रा एक बड़े मेटाडोर भरा हुआ था।

9.कोरोनाकाल में घर मे स्वयं के व्यय से तैयार किया हुआ
मास्क ,सेनेटाइजर(हर्बल ) वितरित किया गया। मोबाइल, पोस्टर ,जन सम्पर्क ,वॉल पेंटिंग द्वारा जनक जागरूकता की गई।

10.वेस्ट मोजे ,कपड़े से वर्किंग पपेट द्वारा,बालिका शिक्षा, कोरोना जागरूकता, वैक्सीन,उच्चशिक्षा के लिए पपेट शो,स्कूल,गांव, ऑनलाइन लघु नाटिका, आदि गतिविधियों से जागरूकता करना।

  1. पढ़ई तुंहर द्वार के अंतर्गत ऑनलाइन कक्षा ली गयी,साथ ही कौशल विकास की गतिविधि के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम,विशेष दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन,प्रतियोगिता, जागरूकता कराई गई।

12.स्काउट/गाइड के 12 बच्चों को राज्यपाल अवार्ड कराया गया।

13 आमा राइट प्रोजेक्ट के तहत
बच्चों को,हस्तकला,व्यवसायिक शिक्षा,मोमबत्ती बनाना,अचार,पापड़,मुरकु बनाना ,प्रदर्शनी का आयोजन कराया गया।

14.प्रत्येक वर्ष 21 जून को योगा कराना।

15.राष्ट्रीय स्तर पर स्किल डेवलपमेंट,वोकेशनल कोर्स की ट्रेनर के रूप में कार्य करना।

16.स्काउटिंग गतिविधियों में जिला,राज्य,राष्ट्रीय स्तर में सक्रिय सहभागिता ,प्रशिक्षक के रूप में कार्य करना।

17.घरेलू हिंसा,लिंग भेद हेतु परिचर्चा, ऑनलाइन वेबिनार

18.बालिका सुरक्षा के लिए पपेट शो द्वारा जन जागरूकता।

  1. बच्चों को मोहल्ला क्लास में रूचि ले इसके लिए टीएलएम,खेल कराकर उन्हें कक्षा में आने के लिए प्रेरित करते थे।

20 .कोरोना वॉरियर के रूप में राज्यपाल द्वारा थैंक्स बैज प्राप्त हुआ।

21.कर्मा नृत्य में वर्ल्ड रिकार्ड
गोल्डन बुक द्वारा ।

  1. प्रकृति सर्वेक्षण के अंतर्गत
    बच्चों और मेरे द्वारा कुल्लू मनाली,पचमढ़ी,मसूरी,उत्तराखंड,केरल,मैसूर का प्रकृति का अध्ययन किया गया।

23.राष्ट्रीय जम्बूरी में भागीदारी।

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