लॉकडाउन के बाद भी शटर के भीतर बैठकर मजदूरों से करवा रहे थे वेल्डिंग काम, एसडीएम ने मारा छापा, चेतावनी देकर छोड़ा
गुरुर। ब्लॉक के ग्राम बोहारडीह में उस वक्त खलबली मच गई जब लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए एक वेल्डिंग दुकान के संचालक द्वारा अपने मजदूरों से काम लिया जा रहा था। बकायदा फिल्मी स्टाइल में दुकान को सामने से शटर गिराकर बंद किया गया था लेकिन शटर के भीतर 7 से 8 मजदूर बिना मास्क लगाए काम कर रहे थे। बताया जाता है कि उक्त वेल्डिंग दुकान बड़ी चर्चित है व आसपास के अधिकतर ग्राहक इसी के पास आते हैं। प्रमुख रूप से एक वेल्डिंग दुकान के संचालक काम थ्रेसर मशीनों की रिपेयरिंग का होता है जहां बड़ी संख्या में थ्रेसर रखे रहते हैं और उनकी रिपेयरिंग भी लॉक डाउन के दौरान चल रही थी जब मीडिया के माध्यम से ही प्रशासन को इस बात की खबर लगी कि लॉकडाउन के बाद भी वहां दुकान खोला गया है व मजदूरों से काम लिया जा रहा है तो प्रशासन अलर्ट हो गई व गुरुर के एसडीएम अमित श्रीवास्तव दल बल के साथ वहां पहुंच गए व छापा मारा गया तो वास्तव में शटर के भीतर मजदूर बैठकर काम करते नजर आए। इस पर वेल्डिंग दुकान के संचालक नीलकमल साहू को पहली गलती होने के कारण कड़ी चेतावनी देकर समझाइश दी गई और उन्हें छोड़ा गया ।यह निर्देशित किया गया अगर दोबारा इस तरह की हरकत की गई तो दुकान को सील कर दिया जाएगा। प्रशासन द्वारा इस तरह छापा मारने के बाद वेल्डिंग दुकान को बंद किया गया तो वहीं इस कार्यवाही से आस-पास के गांव व शहर में भी हलचल मच गई और जो कोई भी इस तरह चोरी छुपे दुकानदारी कर रहे थे वह भी देखते-देखते शटर गिराने लग गए तो वहीं एसडीएम द्वारा इस तरह की तत्परता पूर्वक की गई कार्यवाही की सराहना भी होती रही। प्रशासन को चकमा देने के लिए वेल्डिंग दुकान के संचालक द्वारा बकायदा दुकान को बंद दर्शाने के लिए सामने शटर गिरा दिया गया था लेकिन शटर के भीतर मजदूरों को बुलाकर काम करवाया जा रहा था। रोज की तरह वहां वेल्डिंग सहित अन्य काम चल रहे थे। इसकी खबर कुछ मीडिया के साथियों द्वारा प्रशासन को दी गई और फिर प्रशासन के हरकत में आते ही आगे की कार्रवाई की गई।