गर्व करिये बालोद के इस गांव पर – किसानों के बेटों ने किया कमाल, एक ही गांव से दो सगे भाई सहित छह युवा हुए देश सेवा के लिए चयनित
दल्लीराजहरा। दल्ली राजहरा क्षेत्र के ग्राम खल्लारी (गुजरा) के किसानों के बेटों ने कमाल किया है। अब इस गांव के कई बेटे एक साथ देश सेवा में अलग-अलग कोने में अपनी ड्यूटी देंगे। दरअसल में केंद्रीय सुरक्षा बल में इस गांव के 6 युवाओं को एक साथ चयन हुआ है। ऐसा पहली बार हुआ है। इन हवाओं में दो युवा तो सगे भाई भी हैं। जिनके पिता का निधन भी हो चुका है। सगे भाइयों में भुनेश्वर खरांशु व जितेंद्र पिता स्वर्गीय राधेलाल व माता ताराबाई हैं। इनके अलावा इसी गांव से भुनेश्वर रावटे पिता बालाराम, धनेश्वर दुग्गा ढालेश्वर पिता नंदलाल, अजय दुग्गा पिता बृजमोहन, केदारनाथ पिता खोरबाहरा राम का भी चयन हुआ है। इस गांव में पहले इक्का-दुक्का युवा देश सेवा के लिए चयनित हुए थे। पर पहली बार एक साथ 6 युवा चयनित होने से गांव में उत्साह व देशभक्ति का माहौल है। चयनित भुनेश्वर खरांशु ने बताया कि गांव में मैदान तक का अभाव है। ऐसे में हम रोड पर ही अभ्यास करने के लिए जाते हैं। गांव के जो इक्का-दुक्का युवक पहले आर्मी व अन्य फोर्स में चयनित हो रहे थे उनसे प्रेरित होकर अन्य युवक भी लगातार प्रयास कर रहे थे। अब जाकर सफलता मिली है। ग्राम खल्लारी में दो सगे भाई सहित एक ही गांव के 6 लड़कों की पैरामिलिट्री में चयन होने से ग्रामीणों में देश भक्ति व देश सेवा की भावना का एक अनूठा संचार हुआ है। बताया गया कि एसएससी द्वारा आयोजित केंद्रीय सुरक्षा बल (सीएपीएफ) एग्जाम में उक्त गांव के 6 लड़कों ने एसएससी (जीडी 2018) की परीक्षा में हिस्सा लिया था। जिसमें से भुनेश्वर और जितेंद्र दो सगे भाई सहित उसी गांव के अन्य चार युवकों का चयन हुआ। जिसमें 2 लड़के सीआईएसएफ, तीन लड़के बीएसएफ और एक सीआरपीएफ में चयन हुआ है। भुनेश्वर सीआईएसफ में, केदारनाथ भी सीआईएसफ में, जितेंद्र, भुनेश्वर रावटे व अजय दुग्गा बीएसएफ में और ढलेश्वर दुग्गा सीआरपीएफ के लिए चयनित हुए हैं। इन युवाओं का परिवार खेती किसानी और रोजी मजदूरी पर निर्भर है। उनके माता-पिता कोई सब्जी तो कोई धान की खेती करता है। पहले से कोई सर्विस में भी नहीं है।