मानवता की मिसाल: दलदल में फंसी गौमाता को युवाओं ने सुरक्षित निकालकर बचाई जान

बालोद/अर्जुन्दा. बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखंड के अन्तर्गत अर्जुन्दा तहसील के ग्राम डुड़िया में मानवता की मिसाल कायम करते हुए स्थानीय युवाओं ने अपने साहस और मानवता का परिचय दिया। ग्राम डुड़िया के एक दलदल खेत में एक गौमाता में फंस गई थी, जिससे उसकी जान पर खतरा मंडरा रहा था। जैसे ही स्थानीय लोगों को इस घटना की जानकारी मिली, तुरंत कुछ युवाओं ने आगे आकर बचाव कार्य शुरू किया। गौमाता की स्थिति नाजुक थी, क्योंकि दलदल में लगातार धंसने के कारण उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी। मौके पर पहुंचे युवाओं ने बिना समय गंवाए आपसी समन्वय से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। कुछ युवाओं ने रस्सियों और लकड़ियों की सहायता से गौमाता को धीरे-धीरे बाहर निकालने का प्रयास किया। लगभग 1 घंटे की कड़ी मेहनत और सूझबूझ के बाद वे सफल रहे और गौमाता को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
बचाव कार्य में ये थे शामिल
यशवंत कुमार टंडन ने कहा कि किसी भी जीव की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। “गौमाता को संकट में देखकर हमने बिना कोई देरी किए उसकी मदद करने का निर्णय लिया। यह एक मानवीय कर्तव्य है और हमें गर्व है कि हम उसकी जान बचा सके,” उन्होंने कहा इस घटना के बाद स्थानीय लोग युवाओं की इस पहल की सराहना कर रहे हैं और इसे मानवता की एक बेहतरीन मिसाल मान रहे हैं। साथ ही, यह संदेश भी दिया जा रहा है कि हम सभी को जरूरतमंद जीव-जंतुओं की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। इस बचाव कार्य में जीतराम टंडन, रामाधार टंडन, प्रियांचल टंडन, अनमोल टंडन, लिकेश टंडन की अहम् भूमिका रही।