धरना का तीसरा दिन :- राज्य सरकार वादा करने के बाद भी हमारी सुनवाई नहीं कर रही है, 22 वर्षों के अनुभव के आधार पर एनएचएम में संविलियन किया जाए : चंद्रप्रभा सुधाकर

बालोद। प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ की आव्हान पर स्थानीय नया बस स्टैंड में जिले की मितानिन अपनी दो सूत्रीय मांग को लेकर तीसरे दिन भी धरने पर बैठी। बुधवार को बालोद एवं गुरुर विकासखंड की मितानिन धरना प्रदर्शन में शामिल हुई। धरना को संबोधित करते हुए जिला मितानिन संघ की संरक्षक चंद्रप्रभा सुधाकर ने कहा कि प्रदेश की सरकार चुनाव के समय भाजपा ने वादा किया था कि सत्ता में आने पर स्वास्थ्य मितानिन कार्यक्रम को एनएचएम में संविलियन कर उनकी प्रोत्साहन राशि व क्षतिपूर्ति राशि में 50% वृद्धि कर दी जाएगी। राज्य सरकार का 1 वर्ष पूरे होने के बाद भी सरकार द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। धरना प्रदर्शन को प्रदेश पदाधिकारी मीना डोंगरे, रेशमा खान, केशव शर्मा, नैन साहू, अर्चना प्रजापति, निर्मला शुक्ला, सुनैना निषाद, अनीता रामटेक, पंचवती साहू व संघ की जिलाध्यक्ष महेश्वरी साहू ने भी संबोधित किया। गुरुवार को डौडीलोहारा एवं गुंडरदेही विकासखंड की मितानिन एवं मितानिन कार्यकर्ता धरने में बैठेगी।

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