बालोद । शहीद दुर्वासा निषाद शासकीय महाविद्यालय अरजुंदा में आयोजित सात दिवसीय विशेष बौद्धिक परिचर्चा कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को विभिन्न सामाजिक, पर्यावरणीय और कृषि संबंधी विषयों पर जानकारी देना था। इस कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता के रूप में ग्रीन कमांडो वीरेंद्र सिंह और गोविंदा पटेल उपस्थित हुए। दोनों ने अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए, जो विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्त्रोत साबित हुए।
प्रकृति का संरक्षण: ग्रीन कमांडो वीरेंद्र सिंह का संदेश
वीरेंद्र सिंह, जो पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक सक्रिय कार्यकर्ता हैं, ने कार्यक्रम के दौरान प्रकृति के महत्व और उसके संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि पर्यावरण का संतुलन बनाए रखना हर नागरिक का कर्तव्य है, क्योंकि यदि हम अपनी प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करना जारी रखते हैं, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवन जीने के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध नहीं होंगे। उन्होंने वृक्षारोपण, जल संरक्षण, और प्रदूषण नियंत्रण जैसे उपायों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता की बात की। उनका कहना था कि छोटे-छोटे प्रयासों से हम पर्यावरण को बचा सकते हैं, और इसके लिए सरकार और समाज दोनों को मिलकर काम करना होगा।
आधुनिक खेती और व्यापार: गोविंदा पटेल का दृष्टिकोण
दूसरी ओर, गोविंदा पटेल, जो कृषि क्षेत्र में एक विशेषज्ञ हैं, ने आधुनिक खेती और उससे जुड़े व्यापार के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आधुनिक खेती में तकनीकी और वैज्ञानिक विधियों का उपयोग बढ़ने से उत्पादन की क्षमता में वृद्धि हुई है, लेकिन इसके साथ ही किसानों को बाजार की मांग, मूल्य निर्धारण और कृषि व्यापार के आधुनिक पहलुओं को समझना भी जरूरी है। उन्होंने कृषि में नवाचार, जैसे कि सटीक कृषि (Precision Agriculture), जैविक खेती और समन्वित कीट प्रबंधन (Integrated Pest Management) को बढ़ावा देने की बात की, ताकि किसानों को अधिक लाभ हो सके। इसके अलावा, गोविंदा पटेल ने कृषि व्यापार की संभावनाओं को उजागर करते हुए बताया कि किसानों के लिए आधुनिक विपणन प्रणालियों का उपयोग करना और कृषि उत्पादों की ब्रांडिंग करना कैसे उन्हें बेहतर आर्थिक लाभ दे सकता है।
समाप्ति
इस बौद्धिक परिचर्चा कार्यक्रम ने विद्यार्थियों को न केवल पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति जागरूक किया, बल्कि कृषि और व्यापार के क्षेत्र में भी नवीनतम विचारों और उपायों से अवगत कराया। ग्रीन कमांडो वीरेंद्र सिंह और गोविंदा पटेल के विचार विद्यार्थियों के लिए अत्यधिक प्रेरणादायक थे, और उन्होंने यह महसूस कराया कि समाज और पर्यावरण की बेहतरी के लिए हर व्यक्ति का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षा के साथ-साथ समाज की बेहतरी में भी योगदान किया जा सकता है।