शिक्षा और कला के साथ बच्चों को नवाचारी तकनीक से शिक्षित कर रही है मुनमुन सिन्हा, हो चुकी मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण “शिक्षादूत” से सम्मानित
बालोद। डौंडीलोहारा ब्लॉक के शासकीय प्राथमिक शाला गैंजी में पदस्थ शिक्षक मुनमुन सिन्हा कला में पारंगत मानी जाती है। अपने कला की विशेष प्रशिक्षण के जरिए वह शिक्षा में कई नवाचार करती है। 2023 में उन्हें शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण “शिक्षादूत” से सम्मानित किया गया है। उन्हें नवाचारी गतिविधियां समूह छत्तीसगढ़ की ओर से राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षक रत्न सम्मान से प्रमुख शिक्षा सचिव आलोक शुक्ला द्वारा सम्मान प्राप्त हो चुका है । तो वहीं करियर गाइडेंस द्वारा बच्चों को रोजगार उन्मुखी विषयों से संबंधित जानकारी देने हेतु सेमिनार में भी कला विषय की जानकारी देती हैं। बता दें कि वे इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में हिंदुस्तानी क्लासिकल म्यूजिक में डिग्री, सुगम संगीत एवं लोक संगीत में डिप्लोमा, एम ए हिंदी साहित्य, संस्कृत साहित्य B.Ed. गंधर्व महाविद्यालय मुंबई से संगीत विशारद की उपाधि प्राप्त हैं।
ये हैं उनकी कुछ उपलब्धियां
.जिला प्रशासन बालोद की महत्वाकांक्षी योजना शिक्षा ज्योति में सक्रिय भूमिका, तथा वीडियो का यूट्यढ़ चैनल के माध्यम से प्रसारण।
.सन 2010 से विभिन्न प्रशिक्षण जैसे विषय आधारित प्रशिक्षण में अंग्रेजी मास्टर ट्रेनर, शाला प्रबंधन समिति प्रशिक्षण, शाला सुरक्षा एवं व्यक्तिगत सुरक्षा प्रशिक्षण, आदि में मास्टर ट्रेनर के रूप में भूमिका।
सत्र 2021-22 में कोरोना महामारी के दौरान पढ़ाई तुहर द्वार के अंतर्गत पारा मोहल्ला में निरंतर कक्षाएं आयोजित करना।
.सत्र 2021-22 में कोरोना महामारी के दौरान सतत ऑनलाइन क्लास आयोजित करने के कारण सीजी पोर्टल से प्रमाण पत्र प्राप्त।
कोरोना काल के दौरान लरनिंग लॉस को कम करने के उद्देश्य से FLN के अंतर्गत 100 दिन पठन एवं गणितीय कौशल में ब्लॉक रिसोर्स पर्सन के रूप में सक्रिय भूमिका ।
.छत्तीसगढ़ साहित्य कला अकादमी द्वारा 2021 तथा 2022 में लगातार दो बार नारी शक्ति प्रतिभा रत्न पुरस्कार द्वारा सम्मानित।
.नोबेल टीचर क्रिएटिव फाउंडेशन के द्वारा आयोजित शिक्षक सृजन गौरव अलंकरण सम्मान से सम्मानित ।
पोएट्री कैफे इंडिया समूह द्वारा सम्मानित, नारी शिक्षा अलंकरण सम्मान से सम्मानित।