November 21, 2024

एक अनूठी पहल: गुरुर तहसील कार्यालय में हुआ हेलमेट पहनना अनिवार्य, समाज सेवी जयंत किरी ने भी बांटे 20 हेलमेट

एसडीएम ने कहा: दफ्तर आने वालों को पहनना होगा हेलमेट, सड़क हादसे रोकने अब दिखानी होगी गंभीरता

बालोद/गुरुर। गुरुर नगर के तहसील कार्यालय में अब हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। यह नियम जिला कलेक्टर के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन द्वारा बनाया गया है. ताकि लोगों में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता आ सके। एसडीएम पूजा बंसल ने इस दिशा में अपने कर्मचारियों अधिकारियों सहित दफ्तर आने वाले समस्त लोगों से अपील की है कि वह कार्यालय में आते हैं तो हेलमेट पहनकर ही प्रवेश करें। परिसर में लोग हेलमेट पहने नजर आने चाहिए। सभी पक्षकार हो चाहे वकील हो चाहे कोई भी व्यक्ति जो भी तहसील कार्यालय में काम से आते हैं हेलमेट पहनकर जरूर गाड़ी में आए और एक दूसरे को भी हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित करें । इस तरह पहल कर लोगों में यातायात के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास किया जाएगा और लोगों को हेलमेट पहनने की आदत डलवाई जाएगी ।

समाजसेवी जयंती किरी भी आगे आए लोगों को जगाने में, बांट रहे निशुल्क हेलमेट

गुरुर एसडीएम के पहल से प्रभावित होकर समाजसेवी जयंत किरी द्वारा भी लोगों को यातायात के नियमों के प्रति जागरूक करना शुरू कर दिया गया है। उनके द्वारा स्वयं एसडीएम तहसील कार्यालय परिसर में आने वाले 20 लोगों को निशुल्क हेलमेट बांटा गया और उन्हें रोज हेलमेट पहनने के लिए प्रोत्साहित किया गया ।तो वही जिन लोगों ने हेलमेट पहने थे या जो यातायात नियम को लेकर जागरूक है उन्हे गुलाब का फूल भेंट कर सम्मानित भी किया। ऐसे लोगों को दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बताया और ज्यादा से ज्यादा लोगों को हेलमेट पहनने के लिए जागरूक करने की बात कही। ज्ञात हो कि एक दिन पूर्व उनके परिवार द्वारा तहसील कार्याय परिसर में वाटर कूलर लगवाया गया है। जहां आने वाले लोगों को तपती गर्मी में अब ठंडा पानी मिलने से राहत महसूस हो रही है। लगातार किरी परिवार का तहसील कार्यालय पहल की जाती रही है। उनके परिवार द्वारा 2001 में यहां सहयोग पार्क तक की भी स्थापना किया गया था। जिसके चलते आज यहां हरियाली है। लगातार पर्यावरण संरक्षण सहित लोगों की जन सेवा का कार्य जयंत किरी और उनके परिवार वाले कर रहें है। अब हेलमेट जागरूकता अभियान में भी समाज सेवा करते हुए उन्होंने एक अनुकरणीय मिसाल पेश की है ताकि दुर्घटनाओं में घायलों की जान बचाई जा सके।

सबसे ज्यादा सड़क हादसे हमारे इलाके में

एसडीएम पूजा बंसल में कहा कि यह चिंता का विषय है कि पूरे बालोद जिले में सबसे ज्यादा सड़क हादसे गुरुर ब्लॉक में होते हैं । इसकी प्रमुख वजह इलाके में नेशनल हाईवे का होना है। जहां पर लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने से हादसे होते रहते हैं । इसमें कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि हेलमेट पहनने से हम 40% सड़क दुर्घटनाओं को कम कर सकते हैं । घायलों की जान बचा सकते हैं। वरना हेलमेट ना पहने होने से हैंड इंजुरी से कई दफा घायलों की मौके पर या अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो जाती है। हेलमेट पहनना बहुत जरूरी है। भले ही लोग इसे बोझिल समझते हैं लेकिन इसे अपने आदत में शामिल जरूर करें। ताकि खुद का और दूसरों का भी जीवन बचा सके। उन्होंने अपने समस्त स्टाफ और अधिवक्ताओं से अपील की है कि अपने आसपास के लोगों को भी हेलमेट पहनने के लिए प्रोत्साहित करें और कार्यालय आने पर हेलमेट जरूर पहन करके आए।

चलाया जा रहा है विशेष जागरूकता अभियान

ज्ञात हो कि जिला प्रशासन के निर्देश पर स्थानीय राजस्व अधिकारियों के द्वारा भी लोगों में यातायात के नियमों के प्रति जागरूकता लाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत लोगों को फिलहाल समझाइश देकर हेलमेट पहनने के लिए कहा जा रहा है। यह प्रथम चरण है ।उसके बाद कार्रवाई का चरम शुरू होगा। लोगों को पहले से समझाया जा रहा है कि अभी हेलमेट पहले वरना चालानी कार्रवाई के लिए तैयार रहे। स्वयं से सुधार करते हुए एसडीएम ने हेलमेट के अनिवार्यता का नियम अपने कार्यालय में लागू किया है ताकि दूसरे भी इससे सीख लें ।कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल के निर्देशानुसार इलाके में सड़क दुर्घटना के प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने हेतु निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत राजस्व, पुलिस, परिवहन एवं अन्य संबंधित विभाग के द्वारा ओव्हरलोडिंग एवं लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही के अलावा दो पहिया वाहन चलाने वालों को अनिवार्य रूप से हेलमेट पहनने तथा निर्धारित गति पर ही वाहन चलाने के लिए समझाईश दी जा रही है। अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा बिना हेलमेट के दो पहिया वाहन चलाने वालों को रोककर उन्हे अनिवार्य रूप से वाहन चलाने की समझाईश दी जाती है। दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट उपयोग नही करने से होने वाले हानि के संबंध में जानकारी दी जाती है और उन्हें अनिवार्य रूप से हेलमेट पहनने तथा निर्धारित गति पर वाहन चलाने को कहा जा रहा है।

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