बालोद। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय आत्मज्ञान भवन आमापारा बालोद के तत्वाधान में कक्षा 5वीं से 10वीं के बच्चों के लिये समर कैम्प का आयोजन किया गया है।
द्वितीय दिवस पर बी.के. तुलसी दीदी ने आंतरिक सुंदरता पर उद्बोधन दिया।
उन्होनें अपने उद्बोधन में कहा आंतरिक सुंदरता का अर्थ हैं कि व्यक्ति का सुंदर चरित्र वाला हो, अच्छा व्यवहार करने वाला हो, उसके कर्म अच्छे हो, दिव्य गुणों वाला हो, उसकी वाणी में मिठास हो। जिस व्यक्ति का चरित्र अच्छा होता हैं उसकी अहमियत ज्यादा होती हैं और जिसका चरित्र अच्छा नहीं होता उसको कोई पुछता तक नहीं। इस पर दीदी ने दो तोतो की कहानी बताई। जिसमें एक तोता अच्छे संग में रहने के कारण अच्छे चरित्र वाला तोता बन गया और दूसरा तोता बुरी संगति में रहने के कारण बुरे चरित्र वाला तोता बन गया, इस कारण बाज़ार में अच्छे तोते की कीमत दस हजार रूपये थी और बुरे तोते की किमत दो हजार रूपये थी। इस कहानी से हमे यह सीख मिलती हैं हमें हमेशा अच्छे लोगों का संग करना चाहिये। बी.के. नेहा दीदी, रेणु दीदी, प्रीति बहन, ने एक्टीविटी, के साथ-साथ बच्चों को खेल-खेल में म्यूजिकल एक्सरसाइज कराया जिससे तन व मन की एकाग्रता को प्राप्त कर सकें। इस कैम्प में बच्चों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। गौरतलब है कि ब्रह्माकुमारीज़ आत्मज्ञान भवन आमापारा बालोद में समर कैम्प 20 मई से 24 मई तक प्रतिदिन प्रातः 09 बजे से 11 बजे तक संचालित होगी। यह समर कैम्प निःशुल्क रखा गया है, जिसमें शहर के सभी बच्चें भाग ले सकते हैं। कैम्प में पेपर आर्ट एवं क्राफ्ट, गेम्स, नैतिक शिक्षा एवं आध्यात्मिक मूल्यों की शिक्षा दी जा रही है।