राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवको ने वीर बाल दिवस पर साहबजादों की वीरता को किया गया स्मरण

अर्जुन्दा। शहीद दुर्वासा निषाद शासकीय महाविद्यालय अर्जुन्दा के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर ग्राम गुरेदा में वीर बाल दिवस मनाया गया।
अपने माता-पिता गुरु और धर्म के संस्कारों के प्रति अडिगता के कारण बाल्यकाल में ही निर्ममतापूर्वक मार दिए गए दसवें सिख गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों की स्मृति में वीर वाल दिवस का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर गुरु गोविंद सिंह के पुत्र जोरावर सिंह और फतेह सिंह के जीवन वृत्तांत पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर उपस्थिति राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डाॅ प्रदीप कुमार प्रजापति ने कहा कि सिखों के अंतिम गुरु श्री गोविंद सिंह के पुत्रों ने अत्यंत कम उम्र में ही

अकल्पनीय पीड़ा सही, किन्तु वे अपने सिद्धांतों के प्रति अडिग रहे और अपने माता-पिता के संस्कारों और धर्म को छोड़ने के बजाय मृत्यु को हंसते-हंसते अपना लिया। इतिहास की यह घटना बहुत ही क्रूरतम रही, किन्तु हम इस घटना में बलिदान हुए हमारे वीर बालकों से अपरिचित थे। उन्होंने अपना सर्वोच्च त्याग किया। हमारे इतिहास की घटना से हमें अपरिचित रखने का प्रयास किया गया, किन्तु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन साहबजादों के बलिदान की स्मृति में वीर बाल दिवस मनाने का आह्वान किया गया है।
इस अवसर पर श्री संजय शुक्ला कार्यक्रम अधिकारी रासेयो, डॉ मेघराज साहू छतीसगढ़ राज्य प्राकृतिक चिकित्सा संयोजक, डॉ निर्मला गुप्ता, भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान (आईएनओ) , अविनाश जी सहायक जिला संयोजक, (आईएनओ)तोरण कुमार कुंभकार (विजिवल आर्ट), मोहित साव सहायक प्राध्यापक वाणिज्य विभाग श्री कमलेश पाण्डेय व समस्त स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

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