सुप्रीम कोर्ट के फैसले का करती हूं स्वागत, पर जिस रफ्तार से छीनी गई थी सदस्यता, उस रफ्तार से नहीं हो रही बहाली, आखिर देरी क्यों: मीना साहू
गुरुर। सुप्रीम कोर्ट के द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सजा पर रोक के बाद कांग्रेसियों में खासा जोश देखने को मिल रहा है. जिला पंचायत सभापति मीना सत्येंद्र साहू ने राहुल गांधी की सजा पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने के बाद खुशी जाहिर की है और इसे असत्य पर सत्य की जीत बताया है। सुप्रीम कोर्ट से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बड़ी राहत मिली है. मोदी सरनेम केस के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को बड़ी राहत देते हुए राहुल की सजा पर रोक लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरनेम मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मिली सजा के निलंबन की याचिका पर सुनवाई की और फैसला दिया। इस फैसले के बाद देश भर में कांग्रेस में भी जश्न का माहौल बना हुआ है। मीना साहू ने इसे लोकतंत्र की जीत बताया है। उन्होंने कहा कि इससे न्यायपालिका पर लोगों का भरोसा और बढ़ा है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में विपक्ष के नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है, अब इस फैसले से उसका अंत होगा। सुप्रीम कोर्ट के जज साहब ने जो फैसला सुनाया है उससे संविधान पर भरोसा बढ़ा है. कोर्ट पर भरोसा बढ़ा है और लोगों की एक बार फिर से उम्मीद बंधी है कि वह कोर्ट से इंसाफ पा सकते हैं। एक तरह से असत्य पर सत्य की जीत है. इसे हम बहुत ही सकारात्मक रूप से देख रहे हैं। मोदी सरनेम मानहानि मामले में सजा पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि इंडिया की रक्षा करना ही उनका कर्तव्य है और यही रहेगा। राहुल गांधी ने एक ट्वीट करते हुए लिखा- “चाहे कुछ भी हो, मेरा कर्तव्य वही रहेगा. इंडिया की रक्षा करना.”। वही अबतक सांसद राहुल गांधी के संसद सदस्यता बहाल नहीं होने पर सभापति मीना साहू ने सवाल उठाया कि जिस रफ्तार से उनकी सदस्यता छीनी गई थी। आखिर उस रफ्तार से बहाली क्यों नहीं हो रही है। केंद्र में बैठी भाजपा सरकार जानबूझकर यह देरी कर रही है। पर सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं।हमारे कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कल स्पीकर से राहुल की सदस्यता को लेकर बात की थी, जिसके बाद स्पीकर ने अधीर रंजन को शनिवार का समय दिया था. आज जब स्पीकर को फोन किया गया तो उन्होंने सेक्रेटरी जनरल से बातकर डॉक्यूमेंट जमा करने के लिए कहा. इस पर जब सेक्रेटरी से बात हुई तो उन्होंने कहा कि आज ऑफिस बंद है। उन्होंने डॉक्यूमेंट स्पीकर को देने के लिए कहा, जिसके बाद चिट्ठी पोस्ट कर दी गई। अधीर रंजन के मुताबिक, चिट्ठी पर साइन तो कर दिया गया, लेकिन स्टैंप नहीं लगा है. ऐसे में कांग्रेस लगातार मांग कर रही है कि जिस रफ्तार से राहुल गांधी की सदस्यता छीनी गई थी, उसी रफ्तार से राहुल की सदस्यता वापस आनी चाहिए।