राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन गोंडवाना भवन दल्ली राजहरा में संपन्न
बालोद। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन गोंडवाना भवन दल्ली राजहरा में किया गया. स्वास्थ्य सुपरवाइजर रेखू राम साहू ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया. 10 अगस्त को फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सभी आंगनबाड़ी केन्द्र, स्कूल, कालेज, एवं सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में उम्र के अनुसार डी.ई. सी.दवाई खिलाया जायेगा. 2 से 5 वर्ष के बच्चों को 100 mg का एक गोली, 5 से 15 वर्ष को 100 mg का दो गोली, 15 वर्ष से बडो़ को 100 mg का तीन गोली खिलाना है. साथ में एक गोली अल्बेन्डाजोल की खिलाना है.याद रखें दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों , गर्भवती माताओं, गंभीर रोग से पिड़ित व्यक्तियों को, धात्री माता ( एक सप्ताह की) को दवाई नहीं खिलाना है,. 11 अगस्त से छूटे हुए हितग्राहियों को दलों के द्वारा गृह भेट करके दवाई खिलाया जायेगा. इस अभियान में स्वास्थ्य कर्मचारियों, शिक्षकगण,आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिनगण सेवा देगें. कार्यक्रम के नोडल बी.आर. बरेठिया ने फाइलेरिया के रोकथाम एवं नियंत्रण के विषय में बताया फाइलेरिया मादा क्यू लेक्स मच्छर के काटने से होता है. यह संक्रामक रोग है. हाथ पैर में सूजन दिखाई देता है. पैर हाथी के पैर जैसा हो जाता है, इस लिए इसे हांथीपाव कहते हैं. बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें. अपने आस -पास गंदा पानी इकट्ठा न होने दे. डी.ई.सी. की दवा फाइलेरिया के परजीवी को मारता है. हम सबको 10 अगस्त को सामूहिक दवा सेवन करना है. प्रशिक्षण में स्वास्थ्य विभाग से सुपरवाइजर लता यादव, पी. नरेटी, महिला बाल विकास विभाग से सुपरवाइजर संध्या दत्ता, रेणु मैम, एवं समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्तागण उपस्थित थे.