Sunday Positive:- कोटवार के बेटे ने किया कमाल, बनेंगे डीएसपी, गांव और समाज में खुशी की लहर
खल्लारी के युवक ने पेश की मिसाल, चारामा में सहायक ट्रेजरी ऑफिसर के पद पर रहते दिलाई परीक्षा, अब होंगे डीएसपी
बालोद। मेहनत से हर मंजिल पाई जा सकती है। अगर हम परिश्रम करेंगे तो आज नहीं कल सफलता हांथ जरूर लगती है। चाहे आप किसी भी वर्ग से आते हैं। मेहनत से हम अपनी तकदीर बदल सकते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ है वनांचल के ग्राम खल्लारी (गुजरा) के रहने वाले टांडिया परिवार के साथ। जहां के कोटवार रेवतराम का बेटा दुष्यंत उर्फ रवि अब डीएसपी कहलाएगा। कोटवार जो कि पुलिस प्रशासन के ही सहयोगी के रूप में काम करते हैं अब उन्हीं का बेटा पुलिस का उप मुखिया बनने जा रहा है। 2021 में हुए छत्तीसगढ़ राज्य सेवा आयोग की परीक्षा में हाल ही में रिजल्ट जारी हुए हैं। जिसमें उनके बेटे का चयन डीएसपी पद पर हुआ है। इस सफलता से गांव सहित समाज में खुशी का माहौल है। लोग इस बेटे को सर आंखों पर बिठा रहे हैं। डीएसपी बनने वाले वे वर्तमान में गांव के इकलौते युवा हैं। जिस पर गांव के अन्य युवाओं को भी नाज है। कोटवार रेवतराम, माता कुंती बाई सहित परिवार के लोगों का सीना चौड़ा हो गया है।
सरकारी नौकरी में रहते की तैयारी, सुबह दो-तीन घंटे देते थे रिवीजन पर ध्यान
खास बात यह भी है कि शुरू से ही दुष्यंत पढ़ाई लिखाई के मामले में मेहनती हैं और 2017-18 से ही उन्होंने व्यापम के जरिए एडीओ की नौकरी हासिल कर ली थी। सहायक विकास विस्तार अधिकारी के पद पर रहते हुए उन्होंने फिर 2018 के पीएससी में भी सफलता पाई और तब से सहायक ट्रेजरी ऑफिसर के रूप में चारामा में पदस्थ रहे। नौकरी करते करते ही उन्होंने पढ़ाई जारी रखी और रैंक सुधारने में लगे रहे। ड्यूटी जाने से पहले रोज दो-तीन घंटे की पढ़ाई करते थे। 2017 में उन्होंने दुर्ग के एक एकेडमी से कोचिंग भी की थी। सिलेबस कंप्लीट करने के बाद वे रिवीजन पर ध्यान दे रहे थे। उन्होंने सफलता का मंत्र देते हुए सीजी पीएससी की तैयारी कर रहे सभी युवाओं से कहा कि सिलेबस पूरा करने के बाद रिवीजन करना ना छोड़े। अक्सर विद्यार्थी रिवीजन पर ध्यान नहीं देते हैं। जिसके चलते परीक्षा में सफल नहीं हो पाते हैं। तो वर्तमान पैटर्न को समझते हुए अपनी तैयारी को मजबूत करना पड़ेगा। आंसर राइटिंग के लिए टेस्ट सीरीज जॉइन करनी चाहिए। इससे हम कितनी गहराई में है पता चलता जाता है। रोजाना वे बाइक से गांव से चारामा में ड्यूटी के लिए जाते हैं सुबह 10:00 से 5:30 बजे तक ड्यूटी करते हैं फिर रात में वक्त निकालकर और सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करते थे। यही उनकी दिनचर्या थी और इसी के बदौलत उन्होंने नई सफलता पाई है। अब सीजीपीएससी में ही डीएसपी के पद पर चयनित हुए हैं। जारी रिजल्ट के अनुसार राज्य पुलिस सेवा उप पुलिस अधीक्षक गृह पुलिस विभाग में कुल 30 पद स्वीकृत हुए हैं। जिसमें उनका इस पद के लिए रैंक 18 आया हुआ है। एससी श्रेणी के वे परीक्षार्थी थे।
छत्तीसगढ़ गंधर्व गाड़ा समाज ने जताया हर्ष
दुष्यंत कुमार उर्फ रवि टांडिया की उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ गंधर्व गाड़ा समाज बालोद और दुर्ग जिला ने भी हर्ष जताया और होनहार युवा की सफलता पर बधाई दी। जिला सचिव छत्तीसगढ़ गाड़ा गंधर्व समाज बालोद शेखर नागवंशी ने कहा कि दुष्यंत की उपलब्धि से क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। वे समाज के लिए गौरव बन गए हैं।