हादसों को लेकर 6 माह पहले ही हिंदसेना ने किया था प्रशासन को आगाह, अब मौतों के बाद हो रही यातायात व्यवस्था की मरम्मत

लगातार हो रही सड़क दुर्घटना के लिए आवाज उठा चुकी है हिंद सेना, अब जाग रही प्रशासन

अगस्त में दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सौंपा गया था हिंदसेना द्वारा ज्ञापन

बालोद। लगातार हो रहे दुर्घटना के बाद प्रशासन अभी जाग रही है। इस मामले पर हिंदसेना ने सवाल उठाया है कि जब दुर्घटना होती है तभी क्यों कार्यवाही पर पुलिस उतरती है। दुर्घटना के बाद ही क्यों व्यवस्था सुधारने का प्रयास किया जाता है। यह व्यवस्था पहले से सुधारा जाता तो शायद हादसे कम होते। लेकिन वक्त गुजरने के बाद व्यवस्था सुधारी जा रही है। हिंद सेना के प्रदेश मुख्य संयोजक तरुणनाथ योगी ने कहा कि हिंद सेना के द्वारा 6 महीने पहले ही 22 अगस्त को यातायात के विभिन्न मुद्दों को लेकर एसपी के नाम से ज्ञापन देकर यातायात सुधारने की मांग की गई थी। कहां-कहां परेशानी होती है यह सब बातें उक्त ज्ञापन में बताई गई थी। लेकिन मांगों को नजरअंदाज किया जाता रहा और आज घटनाएं सबके सामने हैं। हिंद सेना ने चिंता जताई कि कुछ दिन दिखावे की कार्रवाई के बाद सब फिर ठंडा हो जाएगा। तेज रफ्तार बड़े रसूखदारों के वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। लगातार घट रही दुर्घटना पर रोकथाम लगाने और समय रहते व्यवस्था सुधारने समाजसेवी हिंद सेना लगातार मांग करते रही। तेज रफ्तार ट्रकों से होने वाले हादसे को रोकने की हिदायत देती रही। पर कई महीनों तक कुछ हो नहीं पाया और दुर्घटना बढ़ती रही। यह भी देखा जाता है कि जब कोई जनप्रतिनिधि या बड़े वर्ग के व्यक्ति की सड़क हादसे में मौत होगी तभी प्रशासन अलर्ट होती है। आम आदमियों की मौतों से कोई सरोकार शासन प्रशासन में नजर नहीं आता है।

मुख्य चौराहों पर ट्रैफिक स्टापर लगाने सहित विभिन्न मांगे हैं हिंद सेना की

शहर में तेज रफ्तार गाड़ियों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। शहर में बढ़ती हुई दुर्घटनाओं के रोकथाम हेतु शहर के मुख्य चौराहें जैसे- पुलिस लाईन, जिला अस्पताल, स्वामी आत्मानंद स्कूल के सामने जो कि रोजाना करीब 12 सौ बच्चों का आना-जाना है, सुमित बाजार, रेल्वे स्टेशन चौक आदि व्यस्तम जगहों पर ट्रैफिक स्टापर का लगाना अति आवश्यक है। जिससे कि दुर्घटनाओं में अंकुश लगाया जा सकता है। साथ ही माईस की ट्रकें जो दिन-रात में अत्यंत ही तेज रफ्तार से आवागमन करते हैं उसकी गति कम करने हेतु ट्राफिक पुलिस को निर्देश करें। उक्त मांगे समाजसेवी संगठन हिन्द सेना एसपी से पहले भी की थी। यह भी सुझाव था कि मुख्य चौराहों पर ट्रैफिक स्टापर लगाने के साथ ही आत्मानंद स्कूल के बच्चों की छुट्टी होने पर ट्रैफिक पुलिस तैनात किया जाए।

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