नवरात्रि विशेष- नारी तुझे नमन- दल्ली की इस भजन गायिका की मधुर आवाज में सुन सकेंगे हनुमान चालीसा और दुर्गा भजन, इस हफ्ते होगी रिलीज यूट्यूब CG ऑडियो वीडियो चैनल पर

शास्त्रीय गायन में अव्वल रही है टी ज्योति

बालोद/ दल्लीराजहरा। शारदीय नवरात्रि पर हम खासतौर से बेटियों और महिलाओं को प्रोत्साहित करने वाली खबरें देंगे। नवरात्रि विशेष पर हम नारी तुझे नमन के इस पहले दिन के अंक पर दल्ली राजहरा की वार्ड 26 की पार्षद टी ज्योति से परिचित करवा रहे हैं।

जो एक जनप्रतिनिधि के साथ-साथ भजन गायिका भी हैं। इनके पहले भी उनके कई भजन और गाने आ चुके हैं। तो वह शास्त्रीय गायन में हमेशा आगे रहीं हैं। इस क्रम में इस नवरात्रि पर उनके यूट्यूब पर दो गाने प्रसारित होंगे। जिसमें एक हनुमान चालीसा तो दूसरा दुर्गा भजन है। दोनों की रिकॉर्डिंग हो चुकी है। जल्द ही इस नवरात्रि में दोनों रिलीज हो जाएंगे। जिसका लोगों को बेसब्री से इंतजार है। अपनी सुमधुर आवाज में हनुमान चालीसा पेश करेंगी तो दुर्गा भजन भी गाएंगी रामनवमी पर हनुमान चालीसा रिलीज की तैयारी है। भजन गायिका टी ज्योति हैं तो वहीं संकलन भुवन साहू ने किया है। सीजी ऑडियो वीडियो चैनल में इसका प्रसारण होगा अपने वार्ड की समस्याओं को सुलझाने में हमेशा आगे रहने वाली पार्षद टी ज्योति का कला के क्षेत्र में अपना अलग नाम है। शास्त्रीय गायन में उनकी विशेष पहचान है। जिसके चलते वे महिलाओं और बेटियों के लिए कला के क्षेत्र में हमेशा प्रेरणा स्रोत रही हैं। तो वहीं अन्य कलाकारों को भी आगे बढ़ाने के लिए भी भरपूर प्रयास करती हैं। उन्हें मंच प्रदान करती है।

जिला स्तरीय शास्त्रीय गायन प्रतियोगिता में भी हुआ था चयन

विगत वर्ष दिसम्बर में खेल एवम् युवा कल्याण विभाग जिला बालोद द्वारा जिले के अलग अलग विकासखण्ड में विभिन्न कला क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा आयोजित किया गया था। विकासखण्ड डौंडी में आयोजित ब्लॉक स्तरीय युवा महोत्सव के शास्त्रीय गायन प्रतियोगिता में ब्लॉक के कला के क्षेत्र से जुड़े प्रतिभागियों ने भाग लिया था। जहां जिला स्तरीय युवा महोत्सव में रेलवे इंस्टिट्यूट दल्ली राजहरा द्वारा रायपुर में आयोजित गायन प्रतियोगिता की विजेता एवम् छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय गायन प्रतियोगिता में 2 बार विजेता रह चुकी व समाजसेवा, जनसेवा में सदैव सक्रिय रहने वाली दल्ली राजहरा वार्ड क्रमांक 26 पार्षद टी. ज्योति का उनके सुमधुर कर देने वाले गायन के कारण जिला स्तरीय शास्त्रीय गान प्रतियोगिता हेतु चयन हुआ था।

You cannot copy content of this page