खेरथा बाजार में एमपी की संदिग्ध महिलाएं खरीद रही लाखों की बैल, हिंद सेना ने जताई महाराष्ट्र तक तस्करी की आशंका, पुलिस को ज्ञापन सौंपकर की जांच की मांग
बालोद। ग्राम खेरथाबाजार में लगने वाले मवेशियों के बाजार में बाहरी लोगों की घुसपैठ शुरू हो चुकी है। खासतौर से एमपी से आने वाले लोहा जलाकर औजार बनाने वाले लोग इस मवेशी बाजार में दस्तक दे रहे हैं। जिनकी गतिविधियां संदिग्ध है। खासतौर से इस समूह की महिलाओं द्वारा बैल बाजार में बेखौफ खरीदी के लिए घूम रहे हैं और उनके द्वारा लाखों के बैल जोड़ियां खरीदी की जा रही है।
इस संबंध में हिंदसेना ने पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर संदेह जताते हुए मामले की जांच करने की मांग की है। हिन्दसेना के प्रदेश मुख्य संयोजक तरुण नाथ योगी सहित अन्य साथियों ने आशंका व्यक्त की है कि इस गिरोह के द्वारा महिलाओं को सामने रखकर की जा रही बैल खरीदी की आड़ में महाराष्ट्र तक मवेशियों की तस्करी की जाती है। इसकी बारीकी से जांच की जानी चाहिए। विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि महिलाएं अधिक संख्या में खरीदे बैल को जंगल के रास्ते ले जाकर उनकी तस्करी करते हैं। पुरुष किसानों की तरह बाजार में घूम रही इन महिलाओं को देखकर सहज ही इनके संदिग्ध होने का अंदाजा लगाया जा सकता है। जिसका एक वीडियो भी सामने आया है। चौकी प्रभारी संजारी के नाम से ज्ञापन देकर मामले की जांच की मांग हिंद सेना द्वारा की गई है। ज्ञापन सौंपने वाले में प्रदेश मुख्य सहयोग तरुण योगी सहित ग्रामीण युवा जिला अध्यक्ष प्रतीक कटझरे, हिंद सेना गौ रक्षा जिला संयोजक भूपत हटीले, भागवत साहू गौ रक्षा सदस्य मौजूद थे। हिंद सेना का सवाल है कि जब यह एमपी से आने वाली महिलाएं 4 से 5 लाख तक की बैल जोड़ी खरीद रहे तो फिर उन्हें यहां आकर लोहा गला कर औजार बेचने की क्या जरूरत है। जब वे इतनी संपन्न है तो जाहिर सी बात है कि इतनी बड़ी मात्रा में बैल जोड़ी खरीदना किसी अनैतिक कार्य की ओर इशारा करता है। समाज सेवी संगठन हिंदसेना ने लोगों से निवेदन किया है कि ऐसे लोगों को पनाह ना दें और अपने गांव के आसपास इन्हें बसने ना दे। वरना किसी तरह की अन्य अपराधिक गतिविधियां भी सामने आ सकती है।