इस गांव में शोक कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण का प्रयास- प्लास्टिक चीजों की जगह स्टील बर्तन का इस्तेमाल, याद में पौधे भी लगाए

दुर्ग – आदर्श ग्राम हनोदा (दुर्ग) में देशमुख परिवार के एक सम्मानित युवा मिलनसार व्यक्ति लोमन देशमुख का आकस्मिक निधन 18 नवंबर गुरुवार को हो गया था, वे जगतपाल देशमुख के ( पुत्र) थे ,और श्रीमती जानकी बाई देशमुख ,के पति व मोहन, यशवंत देशमुख के( पिता )थे। अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए। इस दुख की घड़ी में समस्त ग्रामवासी हनोदा के सहयोग से देशमुख समाज के रीति- रिवाज के अनुसार दाह संस्कार किया गया। क्योंकि इस गांव में एक ही देशमुख परिवार निवास है।

जैसे कि इस गांव के अन्य समाज ने कफन ओढ़ाने की प्रथा को समाप्त किया ,और उसके जगह स्वेच्छा से दान पेटी में अपनी इच्छा अनुसार राशि डाल सकते हैं, जो परिवार के सहायता के रूप में काम आ सके, साथ ही देशमुख परिवार ने यह निर्णय लिया कि हम भी अपने समाज में यह संदेश दे, कि पर्यावरण संरक्षण कर हम अपने आने वाली पीढ़ी के लिए एक अच्छे समाज का निर्माण करें, दशगात्र के दिन सोमवार को तालाब में परिवार के लोगों ने उसकी स्मृति में एक पौधारोपण कर उसकी रक्षा करने का संकल्प लिया, साथ ही परिवार ने मृत्यु भोज पर प्लास्टिक डिस्पोजल व कागज पतरी इस्तेमाल नहीं करने का संकल्प लिया। यादव समाज से प्रेरणा लेकर स्टील थाली और गिलास पर भोजन खिलाने का निर्णय किया।

इस काम के लिए नई पहल स्टील बर्तन बैंक की (अध्यक्ष ) दीदी श्रद्धा पुरेंद्र साहू व यादव समाज ने मदद की। श्रद्धा पुरेंद्र साहू के लगातार जागरूकता कार्यक्रम से पर्यावरण संरक्षण में बड़ा बदलाव अब गांव-गांव में देखने मिल रहा है। साथ ही बाहर से आए रिश्तेदारों व देशमुख समाज के लोगों ने इस कार्यों तथा समस्त ग्रामवासी हनोदा की प्रशंसा की और अपने देशमुख समाज में भी इस तरह कार्य करने का निर्णय लिया।

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