ब्रेकिंग -जिस छत्तीसगढ़ ने लैंगिक समानता,महिला सशक्तिकरण में पूरे देश में बनाया पहला स्थान वहीं बालोद में महिला सचिव को भेदभाव कर दे दी दूसरी जगह पोस्टिंग, कारण भी लिखा पुरुष सचिव है जरूरी, मंत्री टीएस सिंहदेव के आदेश के बाद कलेक्टर ने सीईओ से मांगा जवाब
2020 की पुरानी नियुक्ति का पत्र एक शख्स ने ट्विटर पर डाल उठाया सवाल, महिलाओं के साथ हो रहा भेदभाव, मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा दुर्भाग्यजनक, इधर बालोद कलेक्टर ने सीईओ जारी किया नोटिस
बालोद। डौंडीलोहारा जनपद इन दिनों ट्विटर पर चर्चा में आ गया है। दरअसल में यहां एक महिला सचिव का एक पंचायत से दूसरे पंचायत में तबादला और वह भी भेदभाव के साथ किए जाने को लेकर यह मामला तूल पकड़ गया है। भले ही उक्त तबादला 1 साल पहले का है। पुराने एक तबादला आदेश को देवेश तिवारी नाम के शख्स ने 9 अक्टूबर को ट्विटर पर अपलोड किया है व यह लिखा है कि छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में डौंडीलोहारा जनपद पंचायत का यह पत्र महिला अधिकारों और समानता की बात करने वालों को मुंह चिढ़ा रहा है। पंचायत सचिव का तबादला इसलिए किया गया है कि वह महिला है। वह भी शासकीय पत्र में यह कहते हुए कि काम ज्यादा है। यह 21वी सदी के लिए शर्मनाक है। टीएस सिंहदेव इस पर संज्ञान ले। तो इस ट्वीट पर मंत्री टीएस सिंहदेव ने रिट्वीट किया है। उन्होंने इसे गलत ठहराते हुए लिखा है, यह आदेश अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, गंभीर व आपत्तिजनक है। इस विषय में संज्ञान लेकर मैंने तुरंत इसकी जांच कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है। इस प्रकार की विचारधारा पूर्णतः अस्वीकार है। इस संबंध में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त और उचित कार्रवाई की जाएगी। स्वयं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा इस तरह ट्वीट करके अपना बयान जारी किए जाने के बाद जिला प्रशासन में खलबली है तो वहीं अब आनन-फानन में जिस महिला सचिव को भेदभाव करके एक पंचायत से दूसरे पंचायत में ट्रांसफर कर दिया गया था उसे वापस उसके मूल जगह पर भेजने की कार्रवाई की जा रही है।
कैसे हुआ है खुलासा
जानकारी के मुताबिक महिला सचिव के साथ हुए भेदभाव व पुराने आदेश का खुलासा जन सूचना अधिकारी से प्राप्त दस्तावेज से हुआ है। जिसे किसी ने सूचना के अधिकार के तहत हासिल किया है। इस आदेश में भी जनपद पंचायत के सीईओ ने जिला पंचायत सीईओ को सूचना देते हुए एक पत्र लिखा है जिसमें कहा गया कि सरपंच ग्राम पंचायत भेड़ी लोहारा द्वारा स्पॉट में कार्य की अधिकता के कारण महिला सचिव के स्थान पर पुरुष सचिव पदस्थ करने हेतु पत्र कार्यालय में प्रस्तुत किया था और इसी के मद्देनजर वहां झिटिया के सचिव रामेश्वर गोटामे को पदस्थ किया जा रहा है व हेमलता मानिकपुरी भेड़ी लोहारा से झिटिया में पदस्थ किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार उक्त महिला सचिव झिटिया से भी तबादला करके जनपद में अटैच किया गया है। लगातार महिला सचिव को इधर से उधर भेजे जाने के बाद जब कुछ लोगों ने इस में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी ली तो यह असमानता वाली बात सामने आई।
इधर अब कलेक्टर ने जनपद सीईओ को जारी किया कारण बताओ नोटिस जारी
वहीं अब मामला ट्विटर पोस्ट के जरिए सामने आने व स्वयं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव के हस्तक्षेप के बाद कलेक्टर जनमेजय महोबे ने डौण्डीलोहारा के जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दीपक ठाकुर को कारण बताओ नोटिस जारी कर 13 अक्टूबर 2021 तक स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कारण बताओ सूचना पत्र में कहा है कि ग्राम पंचायत भेड़ी-लो के सरपंच द्वारा पत्र के माध्यम से ग्राम पंचायत में सचिव के स्थानांतरण करने की मांग की गई थी, जिसे आपके द्वारा बिना परीक्षण किए अनुचित भाषाशैली के साथ इस कार्यालय को प्रेषित किया गया है। छत्तीसगढ़ शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्रालय रायपुर द्वारा पंचायतकर्मियों की सेवा-शर्तों हेतु जारी मार्गदर्शिका के कण्डिका-8 पर स्थानांतरण के संबंध में जारी निर्देश के विपरीत आपके द्वारा ग्राम पंचायत भेड़ी-लो के ग्राम पंचायत सचिव श्रीमती हेमलता मानिकपुरी को जनपद पंचायत डौण्डीलोहारा में संलग्न किया गया है। इसी प्रकार कार्यालय जिला पंचायत बालोद के पत्र द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत बालोद को ग्राम पंचायत सचिवों के अवकाश एवं सेवा-निवृत्त के परिप्रेक्ष्य में जारी निर्देश का अनुचित उपयोग कर आपके द्वारा अनाधिकृत रूप से ग्राम पंचायत सचिवों का स्थानांतरण किया गया है। आपका उक्त कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 के नियम 3 के विपरीत है। अतएव उपरोक्त के संबंध में कलेक्टर के समक्ष उपस्थित होकर लिखित स्पष्टीकरण 13 अक्टूबर 2021 तक प्रस्तुत करना सुनिश्चित करेंगे। समयावधि में अथवा अनुपस्थिति की दशा में अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। जिसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।
छग की उपलब्धि का है उलट
हाल ही में नीति आयोग द्वारा कम्पोजिट एसडीजी इंडिया इंडेक्स 3.0, 2020-21 जारी किया गया। इस रिपोर्ट में सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के द्वारा सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में उनके द्वारा किए गए कार्यों के परिणाम का आकलन एक कम्पोजिट स्कोर 0 से 100 के मध्य किया गया था। इस एसडीजी इंडेक्स में छत्तीसगढ़ जहां राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण में लैंगिक समानता व महिला सशक्तिकरण के ग्राफ में 64 अंक के साथ 2020-21 में पहला स्थान प्राप्त किया है। लेकिन इस तरह एक महिला सचिव के साथ भेदभाव कर उसके क्षमता को पूर्व सचिव से कम आंकते हुए उसका तबादला किया जाना बहुत ही गलत ठहराया जा रहा है। ये किस्सा छग की उपलब्धि के उलट है।
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