मध्य प्रदेश की पुरानी योजना के नाम पर छत्तीसगढ़ में फैलाया जा रहा अफवाह, विभाग ने किया सतर्क, कहा : मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना संबंधित जानकारी पूर्ण रूप से भ्रामक

महिला बाल विकास अधिकारी ने ऐसी भ्रामक खबरों को
नजर अंदाज करने की अपील की
बालोद। बालोद जिले में मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना का भ्रामक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला महिला बाल विकास अधिकारी ने बताया कि उनके विभाग में मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के नाम से कोई भी योजना संचालित नहीं की जा रही है। उन्होंने आम जनता से इस तरह के सोशल मीडिया में प्रसारित खबरों को नजर अंदाज करने की अपील की है। दरअसल बात ये भी है कि पड़ोसी राज्य मप्र की मुख्यमंत्री बाल आर्शीवाद योजना का आवेदन लेकर कुछ लोग कार्यालय तक पहुंच रहे हैं मुख्यमंत्री बाल आर्शीवाद योजना को लेकर इन दिनों इंटरनेट मीडिया में अफवाह फैलाई जा रही है। इसे लेकर विभाग के अधिकारी भी परेशान हैं। रोजाना विभाग में इस योजना की जानकारी लेने के लिए आठ दस लोग पहुंच रहे हैं। जिन्हें विभाग के अधिकारी समझाईश दे रहे हैं कि इस तरह की कोई योजना सरकार या विभाग द्वारा नहीं चलाई जा रही है। असल बात ये है कि मध्यप्रदेश में भाजपा की पिछली सरकार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के द्वारा कोरोना काल में माता – पिता को खो चुके 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत जिन बच्चों के माता – पिता दोनों की मौत हो चुकी है, उन्हें मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना से चार – चार हजार रुपए दिए जाते थे।
जबकि छग में मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के नाम से इस तरह की कोई योजना संचालित नहीं हो रही है। इसके बाद भी इन दिनों फेसबुक, वाट्सएप या अन्य एप्लीकेशन के माध्यम से अफवाह फैलाई जा रही है कि जिला बाल संरक्षण ईकाई महिला बाल विकास विभाग के द्वारा मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना चलाई जा रही है। जिसमें यह भी बताया जा रहा हैकि इस योजना के तहत ऐसे बच्चे जिनके माता – पिता या दोनों में से किसी एक व्यक्ति की मौत 1 मार्च 2020 के बाद हो गई है और बच्चों की उम्र 18 वर्ष से कम है ऐसे परिवार के एक बच्चे को 4 हजार और देा बच्चों को 8 हजार रूपये प्रतिमाह मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के तहत दिया जाएगा। प्रसारित मैसेज को पढ़कर रोजाना महिला बाल विकास विभाग के जिला बाल संरक्षण कार्यालय में इस योजना की जानकारी लेने के लिए आठ दस लोग पहुंच रहे हैं। जिन्हें विभाग के अधिकारी समझाईश दे रहे हैंकि इस तरह की कोई योजना सरकार या विभाग द्वारा नहीं चलाई जा रही है। इसे लेकर विभाग ने कार्यालय के सामने सूचना चस्पा किया है कि महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला बाल संरक्षण ईकाई द्वारा मुख्यमंत्री बाल आर्शीवाद योजना के नाम से किसी प्रकार की कोई योजना संचालित नहीं की जा रही है।