ससुर से प्रेरित होकर बहू बनी गांव की सरपंच, ससुर भी है पंच, घीना में बीएससी शिक्षित प्रणिका जैन बनी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत

बालोद । बालोद जिले के ग्राम घीना में इस बार बीएससी शिक्षित जैन समाज की महिला प्रणिका जैन सरपंच बनकर आई है। उन्हें समाज सेवा और पंचायत की राजनीति में आने की प्रेरणा अपने ससुर समाज सेवी डालचंद जैन से मिली है। जो पूर्व 2009 में गांव के सरपंच रह चुके हैं। साथ ही पिछले कार्यकाल में उपसरपंच रह चुके हैं। इसके अलावा वर्तमान चुनाव में भी हुए एक वार्ड से पंच चुनकर भी आए हैं। इस तरह ससुर और बहू दोनों ही पंचायत प्रतिनिधि के तौर पर अब गांव की सेवा करेंगे।

एक मुलाकात के दौरान नवनिर्वाचित सरपंच प्रणिका जैन ने कहा कि गांव में सीसी रोड, नाली, बिजली पानी आदि की मुख्य समस्या है। जिसका समाधान करने का वह पूरा प्रयास करेंगे। जो अब तक के कोई भी सरपंच नहीं कर पाए हैं। गांव में आज भी कुछ मूलभूत समस्याएं हैं, जिन्हें दूर करना बहुत जरूरी है। इसी उद्देश्य को लेकर वह पंचायत चुनाव में उतरी हैं। उन्हें अपने परिवार का पूरा समर्थन मिला। खास तौर से उन्हें अपने ससुर से पंचायत प्रशासन के जरिए गांव की सेवा करने की प्रेरणा मिली और ग्रामीणों ने भी उन्हें भरपूर आशीर्वाद देते हुए उन्हें भारी मतों से विजय दिलाया है। तो वही निर्वाचित पंच सरपंच प्रणिका जैन के ससुर डालचंद जैन ने भी समाज सेवा के क्षेत्र में के कार्य को और आगे बढ़ाते हुए पंचायत प्रतिनिधि के तौर पर अपनी बहू को सरपंच के रूप में देखकर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि अब हम मिलकर गांव के एक नए विकास की गाथा लिखेंगे। नवनिर्वाचित शिक्षित सरपंच प्रणिका जैन महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत साबित होगी। ताकि आने वाली पीढ़ी भी उनके कार्यों से प्रेरित होकर गांव का सही दिशा में विकास कर सके। ज्ञात हो कि इस ग्राम से सरपंच प्रणिका जैन के अलावा विभिन्न वार्ड पंचों में मोती तारम, बी मानिक, गीता तारम, काशी सिन्हा, शांति बाई तारम, रोहणी देवहारी, गीता तिवारी, तारिका तारम, जमुना बाई रावटे, जितेंन्द्र तारम, सरोज बाई पुजेरी, डालचंद जैन, कैलाश सिन्हा, अंकालू भुआर्य आदि जीतकर आए हैं।