सावधान: म्यूल अकाउण्ट्स और अवैध पेमेण्ट गेटवे से जुड़ना अपराध है, हो सकती है, कानूनी कार्यवाही

बालोद। पुलिस महानिरीक्षक, दुर्ग रेंज, रामगोपाल गर्ग के नेतृत्व में दुर्ग रेंज के जिला दुर्ग, बालोद एवं बेमेतरा में लगातार साईबर अपराध के विरूद्ध जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आम नागरिकों से लगातार अपील किया जा रहा है कि अंतराष्ट्रीय साईबर अपराधी गिरोह लोगों के बैंक खातों का दुरूपयोग कर अवैध पेमेण्ट गेटवे के माध्यम से मनी लॉण्डिंग कर रहे हैं। पुलिस ने नागरिकों और बैंकों के लिए एडवाईजरी जारी करते हुए चेतावनी दी कि बैंक खाता खोलते समय पूरी सतर्कता बरतें, किसी दलाल या अज्ञात व्यक्ति पर निर्भर न रहें और लालच में आकर अपना बैंक खाता किराए पर न दें।
कैसे होती है म्यूल अकाउण्ट्स से साईबर धोखाधड़ी ?
पुलिस के अनुसार अपराधी सेल कंपनियों और व्यक्तिगत बैंक खातों को किराए पर लेकर उनका उपयोग फर्जी निवेश वेबसाईटो, सट्टेबाजी साईटो, ऑनलाईन जुआं प्लेटफार्म और नकली स्टॉक ट्रेडिंग पोर्टल्स के लिए कर रहे हैं। इन खातों में जमा धन को “लेयरिंग” प्रक्रिया के तहत अन्य खातों में स्थानान्तरित कर दिया जाता है, जिससे अपराधियों का असली स्त्रोत छिपाया जा सके ।
नागरिकों के लिये पुलिस ने दी है ये चेतावनी :
✓ बैंक खाता खोलते समय पूरी जांच पड़ताल करें और सावधानी बरते ।
✓ अपने बैंक खाता में मोबाईल नंबर स्वयं का देंवें और ए.टी.एम. कार्ड किसी को भी ना सौंपें।
✓ दलालों, बिचौलियों या अज्ञात व्यक्तियों पर भरोसा न करें और स्वयं बैंक जाकर ही खाता खुलवाएं ।
✓ किसी भी कीमत पर अपना बैंक खाता, कंपनी पंजीकरण प्रमाण पत्र (Company Registration Certificate) या MSME व्दारा जारी उद्यम पंजीकरण प्रमाण पत्र (Udyam Registration Certificate) किंराए पर न दें।
✓ अगर कोई व्यक्ति लालच देकर आपके खाते का उपयोग करना चाहता है, तो तुरन्त पुलिस को सूचित करें ।
✓ कानूनी परिणाम यदि कोई व्यक्ति अपने बैंक खाते को किराए पर देता है और उसका उपयोग अवैध गतिविधियों में किया जाता है तो खाता धारक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी और उसे गंभीर कानूनी दण्ड भुगतना पड़ सकता है ।
बैंकों के लिए है ये निर्देश :
पुलिस ने सभी बैंकों को सतर्क रहने और अपने निगरानी तंत्र को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं ताकि बैंक खातों के दुरूपयोग की पहचान की जा सके और अवैध पेमेण्ट गेटवे के खिलाफ सख्त कार्यवाही हो सके । अगर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरन्त नजदीकी पुलिस स्टेशन या साईबर हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं ।