कुसुमकसा क्षेत्र में पेयजल की समस्या को देख संजय बैस ने अपने निधि से दिया टैंकर

ग्रामवासियों के चेहरों पर आई मुस्कान, त्यौहारों में मिला पेयजल का सहारा
बालोद/दल्लीराजहरा । ग्राम पंचायत कुसुमकसा में जनपद सदस्य संजय बैंस ने अपने जनपद के निधि से पानी टैंकर देकर ग्राम कुसुमकसा को सौगात दिया । ग्राम पंचायत कुसुमकसा डौन्डी ब्लाक का बड़ा पंचायत है। जहां लोगों को सुख दुख के आयोजन में पानी की समस्या होती थी। इस समस्या को देखते हुए जनपद सदस्य संजय बैंस ने अपने जनपद निधि से पानी टैंकर की सौगात दी है। ग्राम पंचायत कुसुमकसा में कार्यक्रम कर ग्राम पंचायत कुसुमकसा के सरपंच शिव राम सिंदरामे सहित सभी पंचगणों की उपस्थिति में टैंकर को पूजा अर्चना कर सौंपा गया। इस अवसर पर सरपंच शिवराम सिंदरामे ने कहा कि हमारे ग्राम के लिए बड़ा तोहफा हमे हमारे जनपद सदस्य संजय बैंस ने दिए है। ग्रामीण आयोजनों और शादी ब्याह, दुख और सुख के काम में पानी टैंकर नहीं होने से बहुत ज्यादा परेशानी होती थी । हमे नगर पंचायत चिखलाकसा या पालिका पर निर्भर रहना पड़ता था। पर अब हमारे ही ग्राम पंचायत में टैंकर रहने से समस्या का समाधान हो गया है। वही पंच नितिन जैन ने कहा कि हमारी उम्मीदों को पूरा करने वाले जनपद सदस्य सदैव कुसुमकसा के हित में काम करते है। जिसका परिणाम आज हमारे गांव को पानी टैंकर को सौगात के रूप में मिला है। मैं समस्त ग्रामवासी के तरफ से जनपद सदस्य संजय बैस का आभार व्यक्त करता हूं। इस अवसर पर सचिव सुखीत, पंच प्रेमचंद जैन, उप सरपंच दीपक यादव, संतोष जैन, मोनू गुप्ता, गजेंद्र सिन्हा, कमलकांत साहू, मोती कुचेरिया चंकी जेठवानी मनीष जेठवानी देवराज जैन गौरी शंकर साहू सुरेंद्र मंडावी लोकेश सिन्हा जावेद खान उपस्थित रहे।
ग्रामजनों की सेवा ही मेरा कर्तव्य रहा है – संजय बैस
जनपद पंचायत सदस्य संजय बैस ने कहा है कि कुसुमकसा क्षेत्र के ग्रामीण जनों ने ही मुझे आज इस लायक बनाकर खड़ा रखा है कि अपने क्षेत्र के ग्रामीण जनों की सेवा में अपना समय दे पाता हूं। मेरा कर्तव्य यही रहा है कि मैं अपने कुसुमकसा और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में जितना संभव हो उतना जनहित के कार्यो को अवसर देते हुए उन्हें पूर्ण कराने का प्रयास करता हूं। मेरे ग्रामीण क्षेत्रो के सभी ग्रामवासियों का आशीर्वाद है कि आप सभी की सेवा करने का अवसर निरंतर प्राप्त होता आया है। ग्राम पंचायत कुसुमकसा में पानी की समस्याओं को निरंतर देखा है । इसलिए मैंने अपने निधि से टैंकर उपलब्ध कराते हुए ग्रामीणों के तीज, त्यौहार, शादी और अनेक कार्यो में खुशहाली लाने का प्रयास किया गया है। जिसे आज मैंने सभी ग्रामवासियों के चेहरों पर मुस्कान देखकर महसूस किया है और अपने आप को धन्य माना है।