बड़गाँव में विद्यार्थियों ने किया मेडीटेशन, मनाया विश्व ध्यान दिवस

बालोद। संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर वर्ष 21 दिसंबर 2024 से विश्व ध्यान दिवस मनाने की घोषणा की गई है। इस अवसर पर शा उ मा वि बड़गाँव में विद्यार्थियों मेडीटेशन कराया गया एवं महत्व पर चर्चा किया गया। संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर वर्ष 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस मनाने की घोषणा की गई है। इसमें विश्व के 181 से भी अधिक देशों के करोड़ों लोग जुड़ेंगे। इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वैश्विक ध्यान का सीधा प्रसारण किया जाएगा। दुनियाभर से लोग ‘वर्ल्ड मेडिटेट्स विद गुरुदेव में जुड़ेंगे। ऐसे पावन दिवस को यादगार बनाने विद्यालय बड़गाँव में मेडीटेशन कराया गया।

विद्यालय में मेडिटेशन सीख कर छात्रों को अलग ही अनुभूतियाँ प्राप्त हुई। कादंबिनी यादव ने मेडिटेशन के महत्व पर भी प्रकाश डालते हुए छात्रों को मेडिटेशन कराया और अपने दैनिक जीवन मे शामिल करने प्रेरित किया। कादंबिनी खुद आर्ट ऑफ लिविंग बालोद की सदस्य है। उन्होंने बताया कि श्री धीरज शर्मा के द्वारा बहुत सी क्रियाओं को सीखा है। समय समय पर आर्ट ऑफ लिविंग बालोद में होने वाले अभ्यास में शामिल होते रहती हैं। वर्ड मेडिटेशन डे पर उन्होंने सभी को इसे अपने जीवन में शामिल करने का संदेश दिया। क्योकि मेडिटेशन से मन शांत होता है। टेंशन ,डिप्रेशन से बचने का साधन है और पढ़ने वाले बच्चो के लिए हर तरीके से बहुत ही लाभदायक है। इसलिए हम सब को मेडिटेशन करना चाहिए, ऐसा संदेश कादंबिनी के द्वारा दिया गया। इस अवसर पर संस्था के प्राचार्य जे के उइके,पी आर रात्रे, हिरमन चोरके,प्यारे लाल सिंह,खिलेश्वरी तिवारी,एवं अन्य सभी स्टाफ मौजूद रहे।

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