शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भैंसबोड़ के द्वारा हुआ किल्लेकोडा में सात दिवसीय रासेयो शिविर
बालोद। वनांचल क्षेत्र में स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय किल्लेकोडा में सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भैंसबोड़ के छात्र-छात्राओं के द्वारा आयोजित किया गया। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि श्रीमती ललिता बाई गांवरे (सरपंच )किल्लेकोडा तथा अध्यक्षता आर. एस रायपुरिया ( प्राचार्य) भैंसबोड़ ने किया। विशेष अतिथि के रूप में राज्यपाल पुरस्कृत डॉक्टर बी. एल. साहसी व्याख्याता ,अधन सिन्हा, अशोक सिन्हा, निर्भय भंडारी (अध्यक्ष शाला प्रबंधन समिति हा. से. स्कूल किल्लेकोडा), श्रीमती रुक्मणी बाई( पंच), श्रीमती गीता बाई (पंच),श्रीमती रामेश्वरी देवी( पंच ),रूप सिंह, हीरालाल चुरेंद्र भैंस बोड़, (व्याख्याता ) ,मिथलेश साहू( व्याख्याता)भैंसबोड., श्रीमती कीर्ति भारती (व्याख्याता )भैंसबोड आदि थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे व स्वामी विवेकानंद जी के तैल चित्र के पूजन अर्चना के साथ हुआ। इस अवसर पर संबोधित करते हुए चुरेंद्र सर ने कहा कि- एन.एस. एस. का मुख्य उद्देश्य- स्वच्छता तथा गांव वालों को इसके बारे में जागृति करना है, उन्हें अवगत कराना है। तत्पश्चात डॉक्टर साहसी ने कहा कि -स्वामी जी युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत रहे हैं। उन्होंने शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन अमेरिका में भारत का नेतृत्व किया और इस सम्मेलन में भारत की ख्याति पूरे विश्व को दिलाई और कहा कि- वेदान्त सबका धर्म है अतः उन्हें सबको मानना चाहिए। इस अवसर पर श्रीमती गांवरे मैडम ने मुख्य अतिथि के आसंदी पर बोलते हुए कहा कि- सात दिवसीय शिविर के अंतर्गत स्वच्छता के साथ-साथ हमें आप लोग अपना ज्ञान बाटेंगे और हम अपनी ज्ञान आप लोग को देंगेअपने अध्यक्षीय भाषण के दौरान रायपुरिया जी (प्राचार्य)भैंस बोड़ ने कहा कि- हमें अनुशासित रहकर कार्य करना चाहिए जिससे विद्यालय का नाम रोशन हो ,और मुझे मेरे विद्यार्थियों से काफी अपेक्षा है कि इसमें वह खरे उतरेंगे साथ ही उन्होंने एन.एस.एस. गीत- हम होंगे कामयाब को गाकर सुनाएं तथा स्थान प्रदान करने के लिए किल्लेकोडा के सरपंच को धन्यवाद दिया ।इस अवसर पर साहू सर ने कहा कि -हमें आप सबसे बहुत उम्मीद है कि आप लोग 7 दिन तक बहुत अच्छे ढंग से सेवा देंगे और विद्यालय का नाम रोशन करेंगे ।मेरी शुभकामनाएं आप लोगों के साथ है। कार्यक्रम का सफल संचालन मंजू लाल धनकर (व्याख्याता) भैंसबोड़ ने किया उन्होंने कहा कि जिस प्रकार डॉक्टर साहसी ने किल्लेकोडा का नाम राज्य तक पहुंचाया है ठीक उसी तरह आप लोग भी कुछ नए कार्य करके भैंस बोड़ का नाम रोशन करेंगे और मैं आप सबके प्रति आभार व्यक्त करता हूं किआप सबने कीमती समय दिए उसके लिए आप सबको बहुत-बहुत धन्यवाद और तत्पश्चात सभा समापन की घोषणा की गई।