बालोद। आपने नारियल यानी श्रीफल के बारे में तो बस इतना ही सुना होगा कि इस भगवान को अर्पित करते हैं या प्रसाद के रूप में खाते हैं। इसकी कच्चा हो या सुखा बिक्री होती है। पर नारियल को कभी “श्रीफल” से “श्री गणेश” बनाते हुए नहीं देखा होगा। इस दिशा में एक नवाचार पीरिद के रहने वाले युवक सागर कुमार देशमुख कर रहे हैं। जो 2021 से इस कला से जुड़े हैं। वे श्रीफल यानी नारियल को श्री गणेश का रूप देते हैं। उन्हें इस तरह से सजाते हैं कि मानो श्री गणेश जी का दर्शन श्रीफल में हो रहा हो। इस कलाकारी को वे कुर्मी समाज के जरिए विभिन्न मंचों तक पहुंचा चुके हैं। तो इसके लिए उन्हें विभिन्न जनप्रतिनिधि और विधायक तक सम्मानित कर चुके हैं। उनका कहना है कि वे किसी से प्रेरित नहीं हुए। स्वयं से उनके मन में ख्याल आया कि क्यों ना नारियल को लेकर कुछ कलाकारी की जाए। यूट्यूब पर भी उन्होंने इस बारे में ढूंढने का प्रयास किया लेकिन ऐसा कुछ वीडियो नहीं मिला। फिर उन्होंने स्वयं से विवेक लगाते हुए श्रीफल नारियल को श्री गणेश में बदलने की सोची। देखते-देखते उनका प्रयास सफल हुआ और लोगों को भी उनकी कलाकारी पसंद आने लगी। अब लोग उनसे ऑर्डर देकर श्रीफल को श्री गणेश बनवाते हैं और इस श्री गणेश को बाकायदा पूजा स्थल पर स्थापित करके पूजा अर्चना करते हैं। उनकी कलाकारी को देखने के लिए हम भी मौके पर पहुंचे तो वे कई नारियलों को श्री गणेश का रूप देने में जुटे हुए थे।
उन्होंने बताया कि सूखा हो या कच्चा नारियल उनसे वह कलाकारी कर लेते हैं। मौली धागा सहित अन्य सजावटी सामानों के जरिए वे श्री गणेश का चेहरा तैयार करते हैं। इसके लिए नारियल की ऊपरी परत की बारीकी से सफाई की जाती है। और सजावट कर अंतिम रूप दिया जाता है। सागर देशमुख ने बताया कि उनके इस प्रयास को कुर्मी समाज में आगे बढ़ने का अवसर युवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के प्रदेश अध्यक्ष जगन्नाथपुर निवासी योगेश्वर देशमुख ने दिया। जो विगत दिनों एक कार्यक्रम में उन्हें मंच प्रदान कर उनकी प्रतिभा को समाज तक पहुंचाने में योगदान दिए। इसके बाद फिर धीरे-धीरे लोग उनकी कला को जानने लगे। ऑर्डर देकर अब लोग उनसे श्रीफल से श्री गणेश बनवा रहें हैं। इससे उन्हें रोजगार के साथ घर बैठे अच्छी खासी आमदनी भी प्राप्त हो जाती है।
सागर देशमुख ने बताया कि 2021 से वे नारियल से श्री गणेश बना रहे हैं। उन्होंने सबसे पहले अपने प्रतिभा के बारे में समाज के युवा अध्यक्ष योगेश्वर देशमुख को बताया। फिर योगेश्वर ने समाज के सामने उनकी बात रखी और समाज के आयोजन के जरिए उन्होंने उनकी प्रतिभा को सामने लाया गया और धीरे-धीरे उनकी प्रतिभा को पहचान मिलने लगी। धीरे-धीरे वे अपनी कला में सुधार करते गए और श्री गणेश को और आकर्षक तैयार किया गया। उनकी इच्छा है कि उनकी यह प्रतिभा राज्यपाल और राष्ट्रपति तक पहुंचे। विगत दिनों गुंडरदेही में हुए एक कार्यक्रम में जहां विधायक ललित चंद्राकर दाऊ ढाल सिंह दिल्लीवार की जयंती पर आए थे, उनके समक्ष भी उन्होंने अपनी कला प्रदर्शित की और विधायक ने उनकी प्रतिभा को आगे पहुंचाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि मैं बॉटनी का छात्र हूं। पेंटिंग में ज्यादा रुचि रही है। उसी से मुझे ख्याल आया कि श्रीफल नारियल से भी मैं कुछ कलाकारी कर सकता हूं। और मैं फिर यह काम शुरू किया। लोग उनके घर तक लेने के लिए भी आते हैं या समाज का कोई आयोजन होता है तो वहां वे इसे प्रदर्शनी के तौर पर ले जाते हैं और लोग उनकी कला को पसंद कर हाथों हाथ श्री गणेश रूपी श्रीफल खरीदते हैं। सिर्फ देशमुख कुर्मी समाज नहीं बल्कि साहू समाज, देवांगन समाज के कार्यक्रम में भी वे अपनी कला को प्रदर्शित कर चुके हैं और लोग उनसे श्रीफल रूपी श्री गणेश खरीदने लगे हैं। अब तक विभिन्न समाज को 320 से ज्यादा नारियल से बने गणेश जी की प्रतिमा वे भेंट कर चुके हैं। अपनी प्रतिभा को बढ़ावा देने और जन-जन तक पहुंचाने के लिए वे कई लोगों को निशुल्क भी श्री गणेश भेंट करते हैं।