“स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन”
दल्लीराजहरा। आज हमारी संस्था स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय नया बाजार राजहरा में भारतीय डाक विभाग द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर लेटर राइटिंग कंपटीशन अंडर द ढाई अक्षर लेटर राइटिंग कैंपेन 2024-25 का आयोजन किया गया। भारतीय डाक विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष की भांति इस बार भी पत्र लेखन अभियान का आयोजन किया गया। जिसका थीम था हर शब्द में कहानी, पत्र की जुबानी, जो की 14 सितंबर से 14 दिसंबर 2024 तक आयोजित अभियान, जिसका विषय था लेखन का आनंद- डिजिटल युग में पत्र का महत्व।
आज हमारी संस्था स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय नया बाजार राजहरा में 200 विद्यार्थियों द्वारा पत्र लेखन प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यह प्रतियोगिता दो वर्गों में विभाजित थी प्रथम 18 वर्ष से कम व द्वितीय 18 वर्ष से ऊपर। प्रत्येक आयु वर्ग में अंतर्देशीय पत्र श्रेणी 500 शब्द व लिफाफा श्रेणी 1000 शब्द में लेखन कार्य आयोजित था। दोनों श्रेणियां में कुल 600 पत्रों का लेखन किया गया।
आज पत्र लेखन प्रतियोगिता के कार्यक्रम प्रभारी टुमन सिन्हा , उच्च वर्ग शिक्षक, भारतीय डाक विभाग से मुख्य डाकघर दल्ली राजहरा के पोस्टमास्टर जयप्रकाश जायसवाल पोस्टमास्टर दल्लीराजहरा, पुरोहित निषाद शाखा पोस्टमास्टर नर्राटोला की उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हमारी संस्था से मिडिल, हाई व हायर सेकेंडरी के विद्यार्थियों ने इस पत्र लेखन कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया । इस कार्यक्रम में संस्था के शिक्षक नीलम दिल्लीवार, साक्षी साहू, प्रशांत कंवार, के दास मैडम, पियूष ताम्रकार, नौरिन बानो, साक्षी देवांगन, प्रियंका चौहान ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। आज संस्था में उपस्थित मिडिल हाई व हायर के बच्चों को शाला परिसर के मैदान में बैठकर अंतर्देशी व लिफाफा वितरण कर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत एसएमसी अध्यक्ष श्री रमेश गुर्जर जी की उपस्थिति में किया गया ।उन्होंने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अंतर्देशीय देखकर हमें पुराने हमारी पुरानी याद ताजा हो गई, जब हम अपने रिश्तेदारों को पत्र लिखकर उनका हाल-चाल पता किया करते थे। लेकिन आज के इस डिजिटल युग में कहीं पत्र लेखन खोसा गया है, हमें पत्र लेखन को बढ़ावा देना चाहिए ताकि हमारे बच्चे पत्र लेखन की बारीकियां को समझ सके और इसका अधिक से अधिक उपयोग कर सके। इस कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम प्रभारी टुमन सिन्हा सर के द्वारा बच्चों को पत्र लेखन की बारिकियों पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया। बच्चों को संबोधित करते हुए बताया गया कि पत्र लेखन मात्र कोई कागजी कार्रवाई नहीं बल्कि यह हमारी भावनाओं से जुड़ी है, पत्र लेखन आज एक लुप्त कला हो गई है , पत्र लेखन से हमें भौतिकता का आभास होता है, भावनात्मक प्रतिध्वनि उत्पन्न होती है , हमें इतिहास का संरक्षण करते हुए, व्यक्तिगत विकास के लिए, रिश्तो को पुनर्जीवित करने के लिए, शैक्षणिक मूल्य व संवाद का उचित माध्यम बनाने के लिए हमें पत्र का उपयोग करना चाहिए। पत्र हमारे विभिन्न समस्याओं का समाधान करता है, समाज का सुधार करता है ।पत्र स्पष्ट समर्थन, संबंध, समयबद्धता को प्रदर्शित करता है। पत्र कई प्रकार के होते हैं जैसे निजी पत्र ,सार्वजनिक पत्र ,व्यवसायिक पत्र ,आधिकारिक पत्र ।हमारी भाषा को संक्षेप या स्पष्ट रूप में प्रयोग करने में पत्र बहुत मददगार साबित होता है। हम पत्र के माध्यम से अपनी सच्चाई, अपनी संवेदनशीलता अपनी अनुकूलता को प्रदर्शित कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में उपस्थित ,पोस्टमास्टर जायसवाल सर जी ने बताया कि हम प्रत्येक वर्ष इस प्रकार के पत्र लेखन अभियान हमारे विभाग द्वारा संचालित किया जाता है और इस बार हम प्रत्येक विद्यालय से भी हमारे डाकघर का भ्रमण के लिए कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं कोई भी स्कूल हमसे संपर्क कर हमारे मुख्य डाकघर की कार्यवाही को जानने के लिए भ्रमण कार्यक्रम आयोजित कर सकते है।