लेखों से लिख रहे लेख राम अपनी सफलता की कहानी: उत्कृष्ट कार्यो के लिए राज्यपाल और कलेक्टर भी कर चुके सम्मान
बालोद। ग्राम हथौद के रहने वाले लेख राम साहू वर्तमान में समग्र शिक्षा जिला विभाग बालोद में सहायक परियोजना समन्वयक के पद पर हैं। इसके पहले विभिन्न स्कूलों में शिक्षक के तौर पर कार्य करते रहे और नवाचार गतिविधियों के जरिए बच्चों के शैक्षणिक उत्थान में लगा रहे। अपनी संघर्षों से नए मुकाम तय करते आज वे नए पद पर पहुंचे हैं तो वहीं उन्होंने मतदाता जागरूकता अभियान में जिला प्रशासन को कविता एवं स्लोगन का तोहफा देकर अभियान को एक नई दिशा दे दिए। डोरी मतदान के बंधे, लोकतंत्र के चोला ले सहित मनखे मनखे एक समान, मतदान करके करबो काम महान,,,, आदि मतदाता जागरूकता उनके स्व रचित स्लोगन बालोद जिले के कोने-कोने में फैल गए हैं। अभियान के दौरान लोगों के बीच उनकी कविताओं को गवाकर लोगों को मतदान के लिए शपथ दिलाया जाता है। उनके इन्ही कार्यों के लिए इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय मुख्य समारोह में मुख्य अतिथि सांसद श्री विजय बघेल के कर कमलों से मतदाता जागरूकता स्लोगन लेखन एवं लोक सभा निर्वाचन 2024 जिला बालोद में उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हे सम्मानित किया गया। इसके पहले वे राज्यपाल से भी सम्मानित हो चुके हैं। अपने शैक्षिक जीवन के संघर्षों को बारे में उन्होंने साझा करते हुए बताया कि मैने शिक्षक कार्य का शुभारंभ सन 1998 में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बरही विकासखंड बालोद, जिला बालोद से की। इसके बाद शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अचौद विकासखंड गुंडरदेही जिला बालोद तत्पश्चात शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय अमोरा विकास खंड व जिला बालोद फिर शासकीय हाई स्कूल जमरुवा विकासखंड व जिला बालोद (छ.ग.) में शिक्षा के दीप जलाए । मेरा जन्म बालोद ब्लॉक के ग्राम हथौद के एक सामान्य परिवार में हुआ। मेरे पिता जी एक शिक्षक थे, जो कि बस्तर जिले के वनांचल क्षेत्र के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय अरौद में पदस्थ थे। मैंने वनांचल क्षेत्र के सुदूर गांव अरौद में ही कक्षा आठवीं तक पढ़ाई पूरी की। उस समय घर में बिजली के अभाव के कारण लालटेन की रोशनी से ही पढ़ाई पूरी की। परिवार की आर्थिक स्थिति सामान्य होने के कारण कॉलेज की पढ़ाई के लिए स्वयं मेहनत करके पैसा कमा कर बी. एस. सी की पढ़ाई शासकीय महाविद्यालय बालोद में पूरा किया। अपने माता पिता जी के प्रेरणा व मार्गदर्शन से शिक्षा के क्षेत्र में समर्पित सेवा तथा उत्कृष्ट कर्तव्य निर्वहन के माध्यम से विद्यालय, विद्यार्थी, समाज तथा राष्ट्र के सर्वांगीण विकास, सृजनशीलता, नवाचारी शिक्षा, शाला सजावट, विज्ञान मॉडल, विज्ञान सेमिनार, खेलकूद, बाल सुरक्षा, बालिका शिक्षा तथा सुरक्षा, संस्कृतिक धार्मिक गतिविधियों में सराहनीय प्रयास रहता है। विज्ञान मॉडल व विज्ञान सेमिनार में मार्गदर्शक शिक्षक का दायित्व निर्वहन के फलस्वरूप हमारे विद्यालय के छात्र-छात्राएं कई वर्षों से राज्य स्तर तक चयनित हुए हैं। शैक्षिक कार्यों के साथ-साथ विभिन्न प्रशिक्षण जैसे इंडक्शन, विषय आधारित प्रशिक्षण, जीवन विज्ञान, समावेशी, एस. एम. सी प्रशिक्षण , मुख्य मंत्री शाला सुरक्षा कार्यक्रम अंतर्गत शाला सुरक्षा, लक्ष्य वेध प्रशिक्षण पढ़ई तुहर दुआर के तहत आन लाइन प्रशिक्षण आदि में कुशल मास्टर ट्रेनर्स के रूप में दायित्वों का निर्वहन करते हैं । साक्षरता अभियान के तहत निरीक्षरो को साक्षर करने के लिए निशुल्क शिक्षा प्रदान कर उल्लेखनीय योगदान, सामुदायिक सहभागिता, सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक धार्मिक, स्वच्छता ही सेवा है, के तहत स्वच्छता अभियान, नशा मुक्ति उन्मूलन, वृक्षारोपण, जल संरक्षण तथा पर्यावरण संरक्षण में उल्लेखनीय योगदान रहता है। पालकों से जनसंपर्क कर शाला में शत-प्रतिशत नामांकन दिलाने महती कार्य किया, शाला त्यागी बच्चों को शाला में पुनः प्रवेश दिलाया गया। शिक्षण को रुचिकर बनाने उत्कृष्ट अध्यापन शैली का प्रयोग, पाठ्य क्रियाकलापों में विशेष रुचि लेकर विद्यार्थियों के अधिगम स्तर को बदलने के लिए विशेष योगदान रहा है। कमजोर विद्यार्थियों को अतिरिक्त समय देकर उपचारात्मक शिक्षा व समूह शिक्षण द्वारा अधिगम स्तर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण कार्य किया। आर्थिक स्थिति से कमजोर बच्चों के लिए स्वयं के व्यय से शिक्षण संसाधन उपलब्ध कराने में विशेष सहयोग रहता है । परीक्षा में सफलता की मूल मंत्र बता कर बच्चों में परीक्षा की भय को दूर करने का सतत प्रयास रहा है। विद्यालय की भौतिक अधोसंरचना में वृद्धि करने एस. एम. सी व समुदाय को सक्रिय किया। कैरियर गाइडेंस में अमूल्य सहभागिता रहता है फल स्वरूप हमारे विद्यालय जमरूवा से कई बच्चे विगत 5 वर्षों से प्रयास विद्यालय के लिए चयनित हुए हैं। कोरोना काल में वैश्विक महामारी से जूझते हुए शासन प्रशासन से लेकर शिक्षक व पालक भी पढ़ाई के प्रति चिंतित थे, विद्यालय बंद थे। ऐसे विषम परिस्थिति में बच्चों के पढ़ाई को निरंतर भविष्य संवारने के लिए छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित योजना” पढ़ाई तुहर दुआर के तहत Cgschool.in पोर्टल में हमारे द्वारा ऑन लाइन क्लास लेने के जिला के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, उच्च माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को सिस्को वेबैक्स मीटिंग के माध्यम से ऑनलाइन क्लास संचालन करने की प्रक्रिया को चरण बद्ध बताते हुए उन्हें प्रेरित किया गया। साथ ही राज्य स्तर पर कक्षा दसवीं विषय विज्ञान का एप्रूवर के रुप मे कार्य किया। ऑनलाइन क्लास स्मार्टफोन और मोबाइल डाटा की अनिवार्यता के समस्या के कारण सभी बच्चों के लिए संभव नहीं हो पा रहा था। ऐसे में हमारे द्वारा बच्चों को शिक्षा से जुड़े रखने के लिए पढ़ाई का एक नया तरीका “फ्री कान्फ्रेंस कॉल क्लास ” के माध्यम से बच्चों को कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए समाजिक दूरी के साथ सुरक्षित तरीके से घर पर ही रह कर गया। इस पढ़ाई का सबसे खास बात यह था कि बच्चे कीपैड मोबाइल याने बटन वाले मोबाइल से भी बिना बैलेंस कटे पढ़ाई कर पा रहे थे, इसमें एक साथ लगभग 1000 बच्चे जुड़ सकते थे। इसके अलावा गरीब व जरूरतमंद लोगों को निःस्वार्थ भावना से निशुल्क राशन सामग्री, मास्क तथा आर्थिक सहयोग प्रदान किया।
10 मई 2022 को मृत्योपरांत चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर (छ.ग.) को देहदान का संकल्प लिया
शिक्षा के क्षेत्र समर्पित सेवा तथा उत्कृष्ट कर्तव्य निर्वहन के माध्यम से विद्यालय, विद्यार्थी, समाज के विकास हेतु विशिष्ट दक्षता का परिचय देते हुए राष्ट्र निर्माण की दिशा में अनुकरणीय योगदान के लिए सन 2007 में राज्य स्तर पर हमर छत्तीसगढ़ प्रतियोगिता में मुख्यमंत्री द्वारा प्रशस्ति पत्र, सन 2019 में राष्ट्रीय स्तर पर परीक्षा पे चर्चा 2.0 प्रधानमंत्री के साथ चयनित होकर नई दिल्ली में सहभागिता प्रदान की। तथा अक्षय शिक्षण समिति रायगढ़ द्वारा अक्षय शिक्षा प्रबोधक ‘सम्मान से अलंकृत किया गया। सन 2019 में मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण शिक्षा श्री सम्मान से अलंकृत किया गया। तथा राज्य शिक्षक पुरस्कार (राज्यपाल पुरस्कार) 2019 हेतु चयनित किया गया, तथा 22जुलाई 2021 को राज्य शिक्षक पुरस्कार से अलंकृत किया गया। इनके द्वारा मृत्योपरांत देहदान का संकल्प लेने पर 22 मई 2022 को जिला स्तरीय कर्मा महोत्सव बालोद में भूपेश बघेल मुख्यमंत्री छ.ग. शासन के कर कमलों सम्मानित किया गया”।