कन्या कॉलेज बालोद और अर्जुंदा में मनाई गई अहिल्याबाई होल्कर की पुण्यतिथि
बालोद। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला बालोद द्वारा इकाई बालोद कन्या महाविद्यालय व इकाई अर्जुन्दा आत्मानंद कन्या विद्यालय में रानी अहिल्याबाई होलकर की पुण्यतिथि मनाई गई। जिसमें महाविद्यालय व विद्यालय के बालिकाओं द्वारा अहिल्या बाई होलकर छाया चित्र पर दीप प्रज्वलित कर पुष्प व माल्यार्पण किया गया। जिला सयोंजक मनीषा राणा ने छात्राओं को सशक्त नारी का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए रानी अहिल्या बाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनका जन्म 13 मई 1725 में महाराष्ट्र राज्य के चौंढी नामक गांव जामखेड़, अहमदनगर में हुआ था l वह एक सामान्य से किसान की बेटी थीं। उनके पिता मान्कोजी शिन्दे एक सामान्य किसान थे। सादगी और घनिष्ठता के साथ जीवन व्यतीत करने वाले मनकोजी की अहिल्याबाई अपने पिता कि इकलौती संतान थींl अहिल्याबाई 10 वर्ष की अल्पायु में ही मालवा में होल्कर वंशीय राज्य के संस्थापक मल्हारराव होल्कर के पुत्र खण्डेराव के साथ परिणय सूत्र में बंध गई थीं। अहिल्या (1737 से 1795) ने मालवा की रानी के रूप में 28 साल तक शासन किया।10 वर्ष में किस प्रकार अहिल्या बाई होलकर का जीवन संघर्ष पूर्ण व दुखमय होते हुए भी उन्होने अपने मालवा प्रांत का राज्य काज परिवार व प्रजा निपुणता से संभाला व देश में समाज सेवा मानवता का परिचय दिया कैसे उन्होने अपने कार्य काल में तालाब घाट, कुंओ, बावलियों ,देवालयों, स्कूल, आश्रम, प्याऊ,विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण करवाया इतना ही नहीं अपनी सूझ बूझ से कई बार दुश्मनों को धूल चटाया और अंग्रेजी हुकूमतों से भी लोहा लिया। 29 वर्ष की आयु में ही अहिल्याबाई होलकर के पति का देहांत हो गया। सन् 1766 ई. में वीरवर ससुर मल्हारराव भी चल बसे।मल्हारराव के जाने के बाद अहिल्याबाई होल्कर शासन की बागडोर संभालनी पड़ी। उस समय देखते ही देखते पुत्र मालेराव, दोहित्र नत्थू, दामाद फणसे, पुत्री मुक्ता भी माँ को अकेला ही छोड़ चल बसे।
जीवन में इतने दुख झेलकर भी महारानी अहिल्याबाई होलकर ने प्रजा हित के लिए आगे बढ़ीं और सफल दायित्वपूर्ण राजशाही का संचालन करते हुए 13 अगस्त, 1795 को दुनिया को अलविदा कह गईं।नर्मदा तट पर स्थित महेश्वर के किले में उन्होंने अंतिम सांस ली।इस अवसर पर मुख्य रूप से जिला संयोजक मनीषा राणा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दीपेश साहू बालोद इकाई से मुस्कान मनहर देवेन्द्र साहू मयंक साहू ओमसिंह निषाद सौरभ मार्कण्डे नगर इकाई अर्जुंदा से रेणुका कांशी प्रीति शंकर रश्मि कुर्रे ममता साहू उपस्थित रहे ।