गुरुर में 17 अगस्त को विशाल जल यात्रा का होगा आयोजन
गुरुर। नगर के प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर काल भैरव देउर मंदिर में विराजित भगवान शिव की सावन माह में विशेष पूजा अर्चना की जा रही है। जहां प्रतिदिन भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। मंदिर के आचार्य पंडित सुरेश पांडेय ने बताया कि श्रावण मास की प्रारंभ से ही मंदिर में 33 दिन अनवरत भक्तों द्वारा रुद्राभिषेक चला आ रहा है।आचार्य पांडेय ने बताया कि सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार सावन के पूरे महीने में भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। सावन के महीने में रुद्राभिषेक का खास महत्व होता है।मान्यता है कि शिव के रुद्र रूप को रुद्राभिषेक बहुत प्रिय है। भगवान भोलेनाथ का सावन में रुद्राभिषेक करने से इंसान के सांसारिक कष्ट दूर हो जाते हैं और ग्रह दोषों से भी मुक्ति मिल जाती है। उन्होंने जानकारी दी कि 17 अगस्त को विशाल जल यात्रा का आयोजन किया जाएगा। 21 अगस्त को मंदिर प्रांगण में महामृत्युंजय जाप रुद्राभिषेक एवं अन्य ग्रहों की पूजा हवन एवं पूर्णाहुति की जाएगी।