घासीदास बाबा ने विपरीत हालातों में भी दिया समाज को एकता, भाईचारे तथा समरसता का संदेश : कुंवर निषाद

बालोद। गुण्डरदेही के विधायक कुंवर सिंह निषाद क्षेत्र के विभिन्न गांव में आयोजित सतनामी समाज के गुरु घासीदास बाबा की जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए।

सतनाम पंथ के प्रवर्तक एवं सत्य, अहिंसा और सामाजिक समरसता के संदेशवाहक गुरु बाबा घासीदास जी की जयंती पर गुंडरदेही विधानसभा के लोकप्रिय विधायक श्री कुंवर सिंह निषाद विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कोसा (पागरी) एवं तमोरा में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस दौरान विधायक ने कहा गुरु घासीदास का जन्म ऐसे समय हुआ जब समाज में छुआछूत, ऊंचनीच, झूठ-कपट का बोलबाला था, बाबा ने ऐसे समय में समाज में समाज को एकता, भाईचारे तथा समरसता का संदेश दिया। घासीदास की सत्य के प्रति अटूट आस्था की वजह से ही इन्होंने बचपन में कई चमत्कार दिखाए, जिसका लोगों पर काफी प्रभाव पड़ा।सात्विक जीवन गुरू घासीदास के संदेशों और उनकी जीवनी का प्रसार पंथी गीत व नृत्यों के जरिए भी व्यापक रूप से हुआ। यह छत्तीसगढ़ की प्रख्यात लोक विधा भी मानी जाती है। गुरु घासीदास ने समाज के लोगों को सात्विक जीवन जीने की प्रेरणा दी। उन्होंने न सिर्फ सत्य की आराधना की, बल्कि समाज में नई जागृति पैदा की और अपनी तपस्या से प्राप्त ज्ञान और शक्ति का उपयोग मानवता की सेवा के कार्य में किया। इसी तरह विधायक ने ग्राम सिकोसा में आदिवासी विकास विभाग जिला बालोद द्वारा आयोजित घासीदास जयंती एवं लोक कला महोत्सव 2023 कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होकर बाबा गुरु घासीदास जी की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।इस दौरान विधायक ने कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में गुरु घासीदास की जयंती 18 दिसंबर से एक माह तक बड़े पैमाने पर उत्सव के रूप में पूरे श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई जाती है।बाबा गुरु घासीदास की जयंती से हमें पूजा करने की प्रेरणा मिलती है और पूजा से सद्विचार तथा एकाग्रता बढ़ती है। इससे समाज में सद्कार्य करने की प्रेरणा मिलती हे। बाबा के बताए मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति ही अपने जीवन में अपना तथा अपने परिवार की उन्नति कर सकता है। इस अवसर पर अध्यक्षता श्रीमती सोना देवी देशलहरा अध्यक्ष जिला पंचायत बालोद ने की। विशिष्ट अतिथि श्री आरोप चंद्राकर सरपंच ग्राम पंचायत सिकोसा, विशिष्ट अतिथि संजय बारले अध्यक्ष जिला सतनामी समाज बालोद, संतराम बंजारे , श्रीमती निर्मला बंजारे , अश्वन बारले , विजय बघेल , पवन जोशी , प्रेमदास टंडन , टिनेश्वर बघेल , नीलकंठ टंडन समाज के पदाधिकारी एवं सामाजिक जन, ग्राम वासी उपस्थित रहे।

You cannot copy content of this page