कांग्रेस की पहली लिस्ट में लोहारा सीट पर वर्तमान विधायक अनिला भेड़िया का नाम आया सामने, इधर दो सीटों पर फैसला अभी सुरक्षित, वहीं राज परिवार से ताल्लुक रखने वाली टेकाम परिवार की बहु छाया ने कही निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात, भाजपा पर लगाया उपेक्षा का आरोप
छाया का कहना : राष्ट्रीय पार्टियों ने कर लिया है किनारा, गोंड समाज के 50 से 60 हजार वोट है फिर भी पार्टियां नहीं दे रही हमें टिकट
बालोद। डौंडीलोहारा विधानसभा सीट अक्सर भेड़िया और टेकाम परिवार के बीच घूमता रहा है। कभी टेकाम परिवार से तो कभी भेड़िया परिवार से विधायक चुनते आए हैं। लेकिन विगत कुछ वर्षों से टेकाम परिवार में लगातार मौत के चलते दुखों का पहाड़ झेल रहे इस राज परिवार को अब राष्ट्रीय पार्टियों ने मानो किनारा कर दिया है। जिसके चलते आगामी विधानसभा का गणित का समीकरण बदलते नजर आ रहा है। नवरात्रि के पहले दिन कांग्रेस ने भी अपना पत्ता खोला और पहली सूची में बालोद जिले से सिर्फ लोहारा विधानसभा सीट के लिए अपना प्रत्याशी वर्तमान विधायक और मंत्री अनिला भेड़िया को ही बनाया है। भाजपा पहले ही इस सीट पर देवलाल ठाकुर को अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। वैसे में अब देखा जाए तो भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी द्वारा राज परिवार से इस बार इस सीट टिकट किसी को नहीं दिया गया है। जिससे अब लोहारा सीट पर राज परिवार से ताल्लुक रखने वाली और पूर्व विधायकों के परिवार से आने वाली बहू छाया टेकाम निर्दलीय चुनाव लड़ने वाली है। राज परिवार की छाया ने कहा इस विपरीत परिस्थितियों में हार नहीं मानूंगी । हाल ही में राज परिवार से उनके पति पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रहे लाल भूपेंद्र सिंह टेकाम का निधन हुआ। वर्षों तक भाजपा ने राज परिवार से टिकट दिया लेकिन इस बार उपेक्षा कर दी गई और इस परिवार से उनकी पत्नी को प्रत्याशी न बनाकर अन्य समाज के व्यक्ति को प्रत्याशी तय किया है। जिससे राज परिवार सहित उनके समर्थकों में नाराजगी देखने को मिल रही है। पर राज परिवार ने हार नहीं मानी है और निर्दलीय चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर करते हुए इस परिवार की बहु छाया देवी टेकाम ने मैदान में उतरने का फैसला लिया है।
कौन है छाया देवी
छाया देवी जो खुद महाराष्ट्र राजघराने से हैं और उनके पिता स्व फत्तेलाल शाह भी पूर्व में महाराष्ट्र के चंद्रपुर से विधायक रह चुके हैं। हाल ही में उनके पति लाल भूपेंद्र सिंह का निधन हुआ जो पूर्व में नगर पंचायत अध्यक्ष भी रहे हैं। छाया ने भाजपा पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी जब बाकी अन्य विधानसभा में पूर्व प्रत्याशियों पर दाव लगाई है तो हमारे लिए ही पार्टी ने भेदभाव क्यों किया। उनका कहना है उनके विधानसभा क्षेत्र में गोंड समाज के लगभग 50 से 60 हजार मतदाता है। दोनों पार्टियों ने अन्य समाज के लोगों को प्राथमिकता दी है। इससे गोंड समाज के लोगों में भी नाराजगी है। गोंड समाज के प्रतिनिधियों ने भी पूरी तरह से छाया देवी टेकाम के साथ चुनाव में सहयोग देने की बात कही है। समाज की आकांक्षाओं पर खरे उतरने और जन सेवा की इरादे से छाया देवी टेकाम राजघराने से चुनाव लड़ने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इस बार स्वयं किसी भी पार्टी द्वारा प्रत्याशी नहीं बनाई जाती है तो निर्दलीय चुनाव लड़ने को तैयार हैं। देखना होगा कि उनके मैदान में उतरने से इस विधानसभा का गणित किस तरह बदलता है। बता दे कि इसी राज परिवार से पूर्व विधायक लाल महेंद्र सिंह टेकाम, फिर उनकी पत्नी नीलिमा टेकाम पूर्व विधायक का स्वर्गवास हो चुका है। जिनकी राजनीति में अच्छी खासी पकड़ रही है।पर इस बार भाजपा ने इस राजघराने के परिवार को उपेक्षित करते हुए दूसरे समाज के व्यक्ति को प्रत्याशी तय किया है।
इधर डौंडी लोहारा सीट पर फिर से कांग्रेस ने उतारा विधायक अनिला भेड़िया को, क्या कायम रह पाएगी सत्ता
जिले में चुनावी सरगर्मी चरम पर है। जहां भाजपा अपने जिले के तीनों सीट के लिए पत्ते खोल चुकी है। वहीं कांग्रेस ने अभी सिर्फ डौंडी लोहारा सीट पर प्रत्याशी तय किया है। एक बार फिर से वर्तमान विधायक व मंत्री अनिला भेड़िया को मैदान में उतारा जा रहा है। कांग्रेस की पहली सूची में उनका नाम फाइनल करते हुए उन्हें प्रत्याशी बनाया गया है। तो इधर अभी बालोद और गुंडरदेही सीट पर प्रत्याशी तय होना बाकी है। पिछले चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले देवलाल ठाकुर, भाजपा में शामिल होकर इस बार लोहारा सीट पर अनिला भेड़िया को टक्कर दे रहे हैं। तो राज परिवार से छाया अब निर्दलीय लड़ने को तैयारी कर रही। पिछले चुनाव में डौंडी-लोहारा विधानसभा से अनिला भेड़िया दूसरी बार कांग्रेस की टिकट पर विधायक चुनी गई थी। यह सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए रिजर्व सीट है। स्नातकोत्तर तक शिक्षा प्राप्त अनिला भेंड़िया का विवाह पूर्व आईपीएस रविंद्र भेंड़िया से हुआ था। वे जिला पंचायत सदस्य रहने के साथ ही सदस्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी रहीं हैं। 2018 के चुनाव में भाजपा ने उनके खिलाफ राज परिवार के लाल महेंद्र सिंह टेकाम को अपना प्रत्याशी बना उतारा था। साथ ही कांग्रेस के जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर भी बागी होकर चुनाव लड़ रहे थे। त्रिकोणीय मुकाबले में अनिला भेंड़िया ने लगभग दुगुने वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। जिसका इनाम उन्हें देते हुए भूपेश मंत्रिमंडल में महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री के रूप में शामिल किया गया था। अब देखने वाली बात होगी कि क्या फिर से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनेगी या नहीं! और विधायक अनिला भेड़िया अपनी सत्ता कायम रख पाएंगे या नहीं?
इधर पार्टी के दिग्गजों ने दी अन्य सीट के लिए उड़ते अफवाह से दूर रहने और अनुशासन बनाने की नसीहत
सोशल मीडिया में लगातार संभावित नामों को लेकर उड़ते अफवाह और भ्रामक जानकारी को लेकर पार्टी के दिग्गज पदाधिकारियों ने प्रत्येक कार्यकर्ता को आगाह किया है और अनुशासन बनाए रखने की नसीहत दी है। पार्टी अध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर सहित अन्य पदाधिकारियों ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता एवं नेता टिकट के दावेदार भी हैं। पार्टी में लंबे समय से कार्य कर रहे कार्यकर्ताओं को टिकट मांगने का पूरा अधिकार है । लेकिन अपना टिकट मांगने के लिए किसी और दावेदार के खिलाफ में छवि को खराब करना अनुशासनहीनता है। ऐसा करना पूर्णतया अनुचित है ।वर्तमान में संपूर्ण बालोद जिले के तीनों विधानसभा में कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं के दम पर संगठन के दम पर सरकार के अच्छे कार्यों के कारण तीसरी बार भी जीतने की स्थिति में है और हम पूर्व की भांति इस बार भी तीनों सीट जीतेगें। बहुत जल्द तीनों सीट पर अधिकृत प्रत्याशियों की घोषणा भी हो जाएगी। लेकिन इसके पूर्व एक दूसरे पर आरोप लगाना अनुचित है। पार्टी हाई कमान कार्यकर्ताओं की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं। सभी के कार्यों का बारीकी से निरीक्षण हो रहा है। स्क्रीनिंग कमेटी के माध्यम से गुण दोष के देखते हुए टिकट का बंटवारा किया जा रहा है। ऐसे में हम समस्त कार्यकर्ता साथियों को इंतजार करना चाहिए और पार्टी जिसे भी अपना उम्मीदवार बनाएगी हम अपनी परंपरा अनुरूप उन्हें जिताने के लिए जी तोड़ मेहनत करेंगे। समस्त कार्यकर्ताओं से आग्रह किया गया है कि जब तक अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं हो जाती धैर्य का परिचय दें और बालोद जिले को अनुशासन के मामले में पूरे प्रदेश में जाना जाता है इसलिए अनुशासन को बनाए रखें।