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अतिक्रमण तोड़ने प्रशासन को पहुंचने में 3 घंटे देरी क्या हुई, ग्रामीण बैठ गए चक्का जाम में, शादी में जा रहे गृह मंत्री की गाड़ी रुकवा कर करने लगे नारेबाजी, अब पुलिस हुई सख्त, हंगामा करने वाले ग्रामीणों को बुलाया थाने

गुरूर। गुरुर ब्लाक के ग्राम अरमरीकला में विगत 7 जुलाई को अवैध अतिक्रमण तोड़े जाने के दौरान प्रशासन के अधिकारियों द्वारा समय पर नहीं पहुंचने पर आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा चक्का जाम कर गया था। यहां तक कि उक्त ग्रामीणों द्वारा इसी दौरान इत्तेफाक से एक शादी समारोह में जा रहे हैं गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू की गाड़ी को रुकवा कर नारेबाजी की गई थी और तो और रास्ता पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। मामले में हालांकि उस दिन प्रशासन के अधिकारी 3 बजे के बाद पहुंचे और अतिक्रमण भी हटाया गया। लेकिन अब मामले में पुलिस प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए हंगामा करने वाले ग्रामीणों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके लिए संबंधित लोगों को बयान के लिए शुक्रवार को सनौद थाने बुलाया गया था। जहां उनका बयान लिया गया। यह बात सामने आई कि गांव के अधिकतर पुरुष वर्ग और युवाओं द्वारा महिलाओं को चक्काजाम के लिए भड़काया गया और सभी सड़क पर बैठ गए थे। 12 बजे तक अधिकारियों ने पहुंचने का आश्वासन दिया था लेकिन 3 बजे तक कोई नहीं आने पर चक्का जाम की स्थिति बनी थी। इसी दौरान गृहमंत्री की गाड़ी भी एक शादी समारोह में जाने के लिए वहां से गुजर रही थी। ग्रामीणों ने मौके का फायदा उठाया और उनकी गाड़ी को रुकवाकर उनके सामने नारेबाजी करते हुए हंगामा करने लगे।

महिलाओं और पुलिस ने बताया उस दिन के हालात

अतिक्रमण तोड़ने के नाम से कार्रवाई होनी थी। परशु राम का घर अवैध कब्जे में था। 12 बजे का समय था। तीन बजे तक भी कोई नहीं आए इससे आक्रोश बढ़ गया। सब सड़क पर आ गए। लड़के लोग सब महिलाओं को घर से निकालने लगे। पुलिस प्रशासन के खिलाफ भड़काने लगे। घर नहीं तोड़वाना चाहते हैं, कहकर पंचों को भड़काने लगे। इसी दौरान मंत्री की गाड़ी आ गई तो उसे घेर लिए। पुलिस वालों की समझाइश का असर नहीं हुआ। सनौद थाना प्रभारी एसआई भुजबल साहू ने कहा गांव के ही लोगों ने गृहमंत्री का काफिला रोक दिया था। सब आनन फानन में हुआ। पुलिस वालों को भी धमकनाने लगे थे। गांव बंद था।

क्यों देर से पहुंची राजस्व की टीम

पुलिस ने बताया इसी दिन कोचेरा में भी ऐसी कार्रवाई होनी थी। जहां तहसीलदार और पुलिस पहले वहां चली गई। इस बीच वहां अतिक्रमणकारी परिवार का एक व्यक्ति कार्रवाई के दौरान बीमार हो गया। जिसे बचाने फिर अधिकारी उसे अस्पताल ले गए। इससे 12 बजे दुसरे गांव में जाना संभव नहीं हुआ। वहीं देर हो गई। इधर देर होने से आक्रोश होकर ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया ।
गृहमंत्री दर्री जा रहे थे जहां दयाराम के घर शादी थी। उन्हे भी रोक दिए और नारेबाजी करने लगे। धरने में महिलाएं पंच बैठे थे जिनमें किरण टामीन जानकी रामेश्वरी सोना टोमिन दुलेश्वरी पिनेश्वरी भीमा तारिणी आदि शामिल हैं। सभी को पुलिस ने नोटिस जारी किया है। बयान के लिए बुला रहे है। करीब डेढ़ सौ की संख्या में 7 जुलाई को एकत्रित हुए थे। अवैध कब्जा हटाने के लिए तहसीलदार को बुलाए थे। पुलिस कानून व्यवस्था के नाम से जाने वाली थी। पुलिस वाले तीन बजे गए तो रोड जाम था। किसी को जाने नही दे रहे थे। पुलिस को भी धक्का मुक्की करने लगे। अधिकारी आने वाले थे वे नहीं आए थे ना देरी संबंधित सूचना दिए, इससे आक्रोश होकर आनन फानन में चक्कजाम कर दिए।

By dailybalodnewseditor

2007 से पत्रकारिता में कार्यरत,,,,,कुछ नया करने का जुनून, कॉपी पेस्ट से दूर,,,

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