November 22, 2024

गुनाह से गुनाहगार तक पहुंचने की कहानी- ताश खेलने के दौरान हुआ था विवाद, 28 वर्ष पूर्व जवानी में दोस्त की हत्या कर फरार आरोपी वेश बदलकर गुरुर पुलिस को देता रहा चकमा, अब बुढ़ापे में गिरफ्तार

ग्राम सोरर थाना गुरूर के घटना, वर्ष 1994 में हत्या कर फरार था आरोपी, वेश बदलकर पुलिस को देता रहा चकमा

नेवई खदान पारा नेवई बस्ती जिला दुर्ग में भेष बदलकर छिपे होने की सूचना पर आरोपी को पुलिस ने पकड़ा

बालोद। घटना ग्राम सोरर थाना गुरूर जिला बालोद की है। आज से लगभग 28 वर्ष पूर्व सोरर निवासी बलराम उर्फ बल्ला जोशी द्वारा गांव के ही चंद्रिका यादव की हत्या कर फरार हो जाने के मामले में गुरूर पुलिस द्वारा अपराध क्रमांक-162/1994, धारा- 302 भादवि का मुकादमा दर्ज कर फरार आरोपी बलराम उर्फ बल्ला जोशी का लगातार पता तलाश की जा रही थी। आरोपी द्वारा फरार होने की स्थिति में गुरूर पुलिस द्वारा धारा 299 जॉ0फौ0 के अन्तर्गत अंतिम प्रतिवेदन माननीय न्यायालय में पेश किया गया था। जिस पर माननीय न्यायालय द्वारा आरोपी बलराम उर्फ बल्ला जोशी के विरूद्ध बेमियादि वारंट वर्ष 2005 में जारी किया गया था। तब से अब तक आरोपी की पता तलाश की जा रही थी। पुलिस को सूचना मिला की उक्त आरोपी लुक छिप कर खदान पारा नेवई बस्ती थाना नेवई जिला बस्ती में निवासरत् है। सूचना पर पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के मार्ग दर्शन एवं उप पुलिस अधीक्षक सुश्री नवनीत कौर के निर्देशन एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी राजेश बागड़े के पर्यवेक्षण में तथा थाना प्रभारी रोहित मालेकर के नेतृत्व में टीम गठित कर टीम द्वारा गोपनीय रूप से आरोपी का पता तलाश कर आरोपी को नेवई के बस्ती खदान पारा में धर दबोचा गया। घटना के संदर्भ मे पुछताछ करने पर आरोपी द्वारा बताया गया कि वर्ष 1994 में माह जुलाई में दिन के समय करीबन 11.00 बजे मृतक चंद्रिका यादव, राजजीवन, मोहन, जगदीष उर्फ जंगलिया, बाबूलाल एवं आरोपी स्वयं सुखीत के घर पर ताश के पत्ते से चौरेल खेल रहे थे। ताश खेलते खेलते रात्रि हो गई। फिर काट पत्ती का खेल शुरू हुआ। मृतक चंन्द्रिका यादव, आरोपी बल्ला एवं अन्यल द्वारा अपने डबल पत्ता फेंकने से नाराज होकर उठकर बलराम उर्फ बल्ला द्वारा उठकर थप्पड़ मार दिया गया। उसके बाद चंद्रिका यादव द्वारा शराब का सेवन किया गया। सभी के घर जाने के बाद रात 10.00 बजे तक उनके बीच विवाद बढ़ता गया। चंद्रिका एवं बलराम के बीच झगड़ा इतना बढ़ गया था कि चंद्रिका यादव को गमछे से बलराम उर्फ बल्ला जोशी द्वारा गले को कसकर उसकी हत्या कर दी गई एवं मोहन घर के सामने घुरवा मे डाल दिया गया था एवं पुलिस से बचने के डर से फरार होकर बल्ला जोशी बैलाडीला दन्तेवाड़ा चला गया था। वहां पर ‘किशन द ढाबा’ में रोजी मजदूरी कर स्वयं को छुपाकर नाम बदलकर रहने लगा। गांव में आरोपी की पत्नी निरा बाई अपने बच्चे के साथ में रह रही थी। जिसे डेढ़ साल बाद आकर गांव से ले जाकर बैलाडीला में रहने लगा फिर वहां से सोमनी राजनांदगांव में आकर जहां तीन से चार वर्ष रहा। वहां से नेवई खदान पारा में आकर विगत 17 वर्षो से रह रहा था। जिसे सूचना पर गिरफ्तार कर न्यायालय जेएमएफसी बालोद के समक्ष पेश कर जेल भेजा गया है।

उक्त कार्यवाही में सराहनीय भुमिका आरक्षक लेखराम मारकण्डे एंव लुगेश कोसरे की रही। गिरफ्तारी आरोपी
बलराम जोशी ऊर्फ बल्ला पिता नोहर जोशी की वर्तमान उम्र 63 वर्ष है जो मूलतः सोरर थाना गुरूर जिला बालोद हाल- खदान पारा नेवई बस्ती थाना नेवई जिला दुर्ग छ0ग0 का निवासी है।

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