गुरुर ब्लॉक के सरपंच संघ के पूर्णकालिक अध्यक्ष बने यशवंत पुरी गोस्वामी, गहमागहमी के बीच हुआ साहू सदन में चुनाव, पूर्व विधायक सिन्हा ने भी दी शुभकामनाएं
बालोद/गुरुर। गुरुर ब्लॉक के सरपंच संघ में अंततः पूर्णकालिक ब्लॉक अध्यक्ष के लिए गहमागहमी के बीच चुनाव हुआ। यहां एक बार फिर अर्जुनी, चिरचारी के सरपंच यशवंत पुरी गोस्वामी ब्लॉक अध्यक्ष चुने गए। पहले उन्हें ब्लॉक अध्यक्ष 2 साल तक मनोनयन के आधार पर बनाया गया था। लेकिन संगठन में बढ़ती गुटबाजी के चलते विरोध की स्थिति बनने लगी। तो संगठन के कुछ साथी दावेदारी पेश करने लगे थे। जिसके बाद यशवंत पुरी गोस्वामी ने भी कहा कि अब चुनाव के जरिए ही फैसला होगा। जो जीतेगा वही अध्यक्ष रहेगा। फिर पुरानी ब्लॉक सरपँच कमेटी को भंग करके नए सिरे से चुनाव करवाने का निर्णय लिया गया। अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ। जिसमें पहले तो तीन दावेदार थे। यशवंत पुरी गोस्वामी के अलावा लच्छू राम देशलहरे दर्रा सरपंच व धनेली के सरपंच गोविंद राम गजपाल भी अध्यक्ष पद की दावेदारी कर रहे थे। नामांकन भरते समय लच्छू राम देशलहरे ने नाम वापस ले लिया और उन्होंने गोस्वामी का समर्थन किया। अब सिर्फ दो प्रत्याशी थे। जिनमें से अध्यक्ष चुनने अन्य सरपंचों ने वोट डाले। इस चुनाव में 48 सरपंचों ने हिस्सा लिया। जिसमें 28 वोट यशवंत पुरी गोस्वामी के पक्ष में पड़े और 20 वोट गोविंद राम गजपाल के पक्ष में। इस तरह 8 वोटों से यशवंत पुरी गोस्वामी विजयी रहे। और मनोनयन के बाद अब चुनाव पद्धति से भी वे दोबारा गुरुर ब्लॉक के अध्यक्ष पद पर काबिज हो गए। इस जीत पर सरपंच साथियों ने उन्हें गुलाल लगाकर मिठाई खिलाकर बधाई दी। तो वही पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा ने भी इस जीत के लिए उन्हें गले लगाकर शुभकामनाएं दी। ज्ञात हो कि गुरुर ब्लॉक में सरपंच संघ में गुटबाजी जमकर हावी थी। इसके चलते संगठन भी टूटने की कगार पर था। और नए सिरे से चुनाव की जरूरत थी। जो हुआ है। अध्यक्ष यशवंत पुरी गोस्वामी ने बताया कि अब वे अपनी नई कार्यकारिणी (कमेटी) का गठन करेंगे। अन्य पदों पर मनोनयन होगा। सचिव सहित अन्य पदों में वे अपनी कमेटी बैठाएंगे। पुरानी कमेटी को भंग कर दिया गया है और योग्य लोगों को वह मौका देंगे। उनका कार्यकाल अभी तीन साल शेष है।