बालोद – श्रीमती मधुमाला कौशल, व्याख्याता, शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल सिकोसा, गुंडरदेही, जिला बालोद द्वारा शिक्षा व योगा के क्षेत्र में विशेष उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं। जिसकी सराहना जिला सहित राज्य स्तर पर होती रही है। वर्तमान में वे नेशनल योगा टीचर के रूप में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। तो वही इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर भी पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। कोरोना वारियर के रूप में जिला प्रशासन के तरफ से कलेक्टर जन्मेजय महोबे द्वारा तो वहीं राज्यपाल तक से भी उनको सम्मान प्राप्त हो चुका है। शिक्षा व समाज सेवा में अपनी अमिट पहचान बना चुके हैं। इस कोरोना काल में भी उनकी महती भूमिका रही है और खासतौर से लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने, योगा के माध्यम से कोरोना से लड़ने, निशुल्क मास्क का वितरण करने में वे आगे रहीं। रेडक्रास और स्काउट गाइड के जरिए सेवा कार्य करती रही।
रोज ऑनलाइन योग
इतना ही नहीं ऑनलाइन वीडियो कॉल के जरिए बालोद सहित कई दूसरे जिले के लोगों को भी नियमित योग सिखा रही और उन्हें घर बैठे कोरोना से लड़ने का गणित बता रही। योग से स्वास्थ्य सुधार की दिशा में दूसरों के लिए एक बड़ी मिसाल है। क्योंकि खुद थायराइड जैसी गंभीर बीमारी से ग्रसित थी और कई जगह इलाज कराकर असफल होने के बाद योगा से थायराइड को ठीक की। इसलिए योगा के प्रति खास लगाव रखते हैं। उनसे प्रेरित होकर उनकी बेटी आकांक्षा भी अब योगा के क्षेत्र में आगे बढ़ी है। वह भी योगा की नेशनल प्लेयर है। स्वयं विगत लगभग 6 साल से नेशनल योगा एक्सपर्ट है। पतंजलि योग समिति की जिला महिला अध्यक्ष भी हैं।