बालोद जिले में स्कूल खोलने को लेकर जिला प्रशासन ने बैठक लेकर बनाई ये रणनीति,,,,,
बालोद– कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग की आॅफलाईन कक्षाएॅ प्रारंभ करने के संबंध में राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस संबंध में जारी आदेश अनुसार आॅफलाईन कक्षाएॅ प्रारंभ करने की अनुमति शर्तों के आधार पर दी गई है। कलेक्टर ने संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित शिक्षा विभाग की बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों को आगामी 02 अगस्त से जिले के स्कूलों में आॅफलाईन कक्षाएॅ प्रारंभ किए जाने के संबंध आवश्यक दिशानिर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि ऑफलाईन कक्षाएं प्रारंभ करने की शर्तो के अनुसार स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत जिले के सभी निजी एवं शासकीय विद्यालयों में कक्षा दसवीं एवं बारहवीं की कक्षाएं सोमवार 02 अगस्त 2021 से प्रारंभ होगी। उन्होंने कहा कि सभी निजी एवं शासकीय विद्यालयों में कक्षा पहली से कक्षा पाॅचवी और कक्षा आठवीं की कक्षाएं प्रारंभ करने के संबंध में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए संबंधित ग्राम पंचायत और स्कूल की पालक समिति की अनुशंसा प्राप्त की जाए। शहरी क्षेत्रों के लिए संबंधित वार्ड पार्षद एवं स्कूल की पालक समिति की अनुशंसा प्राप्त की जाए। उनकी अनुशंसा प्राप्त होने पर यह कक्षाएॅ 02 अगस्त 2021 से प्रारंभ की जाए।
कलेक्टर ने कहा कि विद्यार्थियों को ऑफलाईन कक्षाओं में एक दिवस के अंतर पर बुलाया जाए, अर्थात प्रतिदिन केवल आधी संख्या में ही विद्यार्थी बुलाऐ जाएं। किसी भी विद्यार्थी को यदि सर्दी, खांसी, बुखार आदि होगा तो उसे कक्षा में नहीं बैठाया जाए। ऑनलाईन कक्षाएं यथावत संचालित रहेगी। किसी भी विद्यार्थी के लिए उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी कोरोना संक्रमण से बचाव के निर्देशों का पूर्णतः पालन सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर ने बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्कूल प्रारंभ होने के पूर्व स्कूलों में सभी तैयारियां सुनिश्चित कर ली जाए। स्कूलों में साफ-सफाई, सैनेटाईजिंग, बैठक व्यवस्था, हाथ धोने हेतु साबुन अथवा सैनेटाईजर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। उन्होनें अधिकारियों को स्कूल प्रारंभ होने के पूर्व स्कूलों में आवश्यक तैयारियो का निरीक्षण कर जायजा लेने के निर्देश दिए। स्कूल में विद्यार्थी एवं शिक्षक मास्क का उपयोग व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे। कलेक्टर ने कहा कि प्रतिदिन स्कूल के विद्यार्थियों को कक्षा प्रारंभ होने के पूर्व कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं सावधानी के बारे में विशेष रूप से जानकारी दिया जाए। स्कूलों में सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराते हुए पढ़ाई के साथ-साथ खेल को भी अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में पढ़ाई के प्रति रूचि पैदा करने नवाचार को शामिल करें। प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि 02 अगस्त को स्कूल खुलने के अवसर पर स्कूल परिसर में वृक्षारोपण भी किया जाएगा। कलेक्टर ने स्कूल परिसर में वृक्षारोपण के लिए आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती असीमा चटर्जी, जिला मिशन समन्वयक श्री पी.सी. मरकले सहित विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी आदि मौजूद थे।
रायपुर : स्कूल प्रारंभ होने पूर्व करें समुदाय में वातावरण का निर्माण : स्कूल शिक्षा सचिव : स्कूल खुलने की तैयारी के संबंध में वेबिनार
स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने राज्य में स्कूल खोले जाने की तैयारियों और महत्वपूर्ण दिशा-निर्देशों की जानकारी सभी तक पहुंचाने के लिए आज आयोजित वेबिनार में सभी जिले, विकासखण्ड, संकुल, स्कूलों, पालकों और शाला प्रबंध समिति के सदस्यों को सम्बोधित किया। स्कूल शिक्षा सचिव ने कहा कि स्कूल प्रारंभ करने के पूर्व समुदाय में वातावरण का निर्माण करें। पालकों को अपने बच्चों के पढ़ने में ध्यान देने के लिए जागरूक करे। स्कूल खोलने के लिए आवेदन का सुझाव देते हुए बच्चों के नियमित शाला आने के लिए प्रेरित करने कहा। उन्होंने कहा कि कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए पूरी तरह से बच्चों को जागरूक किया जाए। सभी शिक्षक और स्टाफ कोविड टीका अवश्य लगवा लें।
स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने कहा कि राज्य शासन के निर्णय अनुसार प्रदेश में लम्बी अवधि लॉकडाउन के बाद 2 अगस्त 2021 से विद्यालयों में विद्यार्थियों की भौतिक उपस्थितियों के साथ पढ़ाई की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। सभी निजी और शासकी विद्यालय में कक्षा 10वीं और 12वीं की कक्षाएं प्रारंभ की जाएंगी। यह कक्षाएं उन्हीं जिलों में संचालित की जाएंगी, जहां पर विगत सात दिनों में निरंतर कोरोना पॉजीटिव एक प्रतिशत से कम रहा हो। कक्षा पहली से पांचवीं और कक्षा 8वीं को इस शर्त पर खोले जाने की अनुमति दी जाएग। जब किसी क्षेत्र के पालक समिति ग्रामीण क्षेत्र में अपनी ग्राम पंचायत और शहरी क्षेत्र में संबंधित वार्ड पार्षद को पत्र लिखकर विद्यालया खोलने की मांग करेंगे।
स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने संबंधितों से कहा कि स्कूल खोलने की प्रक्रिया को 2 अगस्त तक पूरी की जाए। कक्षा में विद्यार्थियों को एक दिवस के अंतराल में बुलाया जाए, प्रतिदिन केवल आधी संख्या में ही बच्चों को कक्षा में बुलाया जाए। किसी भी विद्यार्थी को सर्दी, खांसी, बुखार हो तो उसे कक्षा में नहीं बैठाया जाए। उन्होंने कहा कि ऑनलाईन कक्षाओं का संचालन पूर्व की तरह होता रहेगा। स्कूल आने के लिए विद्यार्थियों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी। केन्द्र सरकार और राज्य शासन द्वारा समय-समय पर कोरोना बचाव के लिए जारी निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाए। सभी शिक्षण संस्थाओं में कमरों की साफ-सफाई ठीक प्रकार से करने के निर्देश दी गई।
डॉ. कमलप्रीत सिंह ने कहा कि मध्यान्ह भोजन व्यवस्था के लिए आवश्यक तैयारी कर ली जाए। छात्रों की नियमित उपस्थिति के लिए पालकों एवं समुदाय का सहयोग लेने की बात कही। स्कूल शिक्षा सचिव ने कहा कि स्कूल प्रांगण में वृक्षारोपण के लिए समुदाय को आमंत्रित किया जाए। स्कूल खुलने से पहले हमें क्या करना चाहिए इस संबंध में समस्त शिक्षा के सहायक संचालक डॉ. एम. सुधीश ने जानकारी दी।
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