कोरोना से निपटने गायत्री परिवार विश्व भर में करवा रहा 26 मई को यज्ञ,आप भी बने हिस्सा,देखिये क्या करना होगा ,,,,,
बालोद – कोरोना को मात देने के लिए गायत्री परिवार घर घर यज्ञ करवा रहे हैं. अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में बुद्ध पूर्णिमा 26 मई को सुबह 9 से 11 बजे संपूर्ण विश्व सहित देशभर के लाखों घरों में एक साथ गायत्री यज्ञ एवं शाम को 6 से 6.30 बजे वैश्विक शांति के लिए सामूहिक प्रार्थना के आयोजन होंगे। इस विश्व स्तरीय आयोजन में जिले के भी हजारों परिवार सम्मिलित हो रहे हैं। गायत्री परिवार के सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा कई दिनों से मोबाइल द्वारा नागरिकों से संपर्क कर इस महान अनुष्ठान की जानकारी दी जा रही है, जिससे प्रभावित होकर हजारों परिवारों ने अपने-अपने घरों में यज्ञ करने के लिए सहमति प्रदान की है। सभी यजमान अपने-अपने घरों में उपलब्ध न्यूनतम साधन सामग्रियों के साथ श्रद्धापूर्वक हवन करेंगे। इस आयोजन को विधिवत किए जाने के लिए गायत्री परिवार द्वारा मोबाइल पंडित, एप, सीधे प्रसारण जैसी सुविधाएं यजमानों को प्रदान की जा रही है।
वेद मंत्रों के उच्चारण से उत्पन्न होंगी ध्वनि तरंगे
गायत्री परिवार से जुड़े मोहारा के गोपाल साहू ने बताया ने बताया कि जिले के कोरोना वारियर्स जैसे स्वास्थ्यकर्मियों, सफाईकर्मियों, पुलिसकर्मियों, मीडियाकर्मियों, पंचायतकर्मियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारियों के प्रति आभार व सम्मान प्रकट करते हुए इनके मंगलमय जीवन की प्रार्थना की जाएगी। वहीं लाखों हवन-कुंडों की पवित्र अग्नि में औषधीय हवन सामग्री व सुगंधित पदार्थों के संयोग से उत्पन्ना दिव्य ऊर्जा वातावरण व पर्यावरण शोधन में उपयोगी होगी। सभी जीवधारियों एवं पंचतत्वों जैसे जल, अग्नि, आकाश, पृथ्वी और वायु के संतुलन में यज्ञीय उर्जा बहुत उपयोगी रहती है। उन्होंने बताया कि विगत दिनों दिवंगत हुई आत्माओं की शांति के लिए यज्ञ में आहुतियां प्रदान कर उन्हें भी श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। देसी गाय के गोबर से बने हुए कुंडों में आहुति दी जाकर पांच से दस मिनट में यज्ञ प्रक्रिया संपन्ना की जा सकती है। इस प्रकार के दैनिक यज्ञ घर के वातावरण को शुद्ध व स्वास्थ्यवर्धक बनाए रखने में समर्थ है। वहीं लाकडाउन अवधि में कई दिनों से अपने घरों में बंद नागरिकों के मानसिक स्वास्थ्य में भी यज्ञ आयोजन उपयोगी होगा। लाखों परिवारों में वेद मंत्रों के उच्चारण से उत्पन्ना ध्वनि तरंगे मानसिक प्रसन्नता व स्वास्थ्यवर्धक होती हैं।