यहां सरकार से ज्यादा पॉवर दिखा रहा पंचायत सचिव- नहीं दे रहे विवाह प्रमाण पत्र, पति के मौत के अटक गई है पत्नी की अनुकंपा नियुक्ति, नहीं हो रही सुनवाई, गुरुर के इस गांव का मामला

तस्वीर – सरपंच प्रमाणित कर रहे पर सचिव नही दे रहे विवाह प्रमाण पत्र।

बालोद। ग्राम फागुनदाह की रहने वाली मीनाक्षी नेताम के पति का विगत दिनों निधन हो गया। उनके पति जवाहर नवोदय विद्यालय धरमपुरा 2 जगदलपुर जिला बस्तर में पदस्थ थे। उनकी मौत के बाद उन्हें अपने पति के स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति मिलनी है लेकिन इस अनुकंपा नियुक्ति में विवाह प्रमाणपत्र भी जरूरी है। जो कि उस समय वह नहीं बनवा पाए थे। अब अनुकंपा नियुक्ति के लिए पंचायत से विवाह प्रमाण पत्र बनवाना चाहते हैं। पर पंचायत सचिव आनाकानी कर रहे हैं। इससे मीनाक्षी नेताम की अनुकंपा नियुक्ति अटक गई है। मामले में वह कई जनप्रतिनिधियों के समक्ष भी गुहार लगा चुकी है कि उनका प्रमाण पत्र जल्दी बनवाया जाए। पर पंचायत सचिव की मनमानी के चलते किसी की नहीं चल रही है। यहां तक कि जनपद अध्यक्ष प्रभात कुमार धुर्वे भी सचिव ख़िलानन्द साहू फागुनदाह को निर्देशित कर चुके हैं कि उनका विवाह प्रमाण पत्र जारी किया जाए। पर इसके बाद भी सचिव ध्यान नहीं दे रहे हैं। सरपंच द्वारा विवाह प्रमाण पत्र संबंधित दस्तावेज में अपना सील साइन किया जा चुका है ।लेकिन सचिव सामने नहीं आ रहे हैं और इसके चलते विवाह प्रमाणपत्र अधूरा पड़ा है। सचिव की मनमानी के चलते एक पीड़िता को अनुकंपा नियुक्ति का लाभ नहीं मिल पा रहा है। दूसरी ओर जगदलपुर से बार-बार उन्हें नौकरी ज्वाइन करने के लिए निर्देश प्राप्त हो रहा है और संबंधित दस्तावेज पेश करने के लिए कहा जा रहा है। लेकिन सचिव की लेटलतीफी के चलते महिला प्रताड़ित हो रही है और अनुकंपा नियुक्ति हासिल नहीं कर पा रही है। महिला द्वारा एक शपथ पत्र भी पेश किया गया है जिसमें उन्होंने अपने जीवन से जुड़ी तमाम जानकारी भी बताई है कि वह सभी सत्य है। शपथ पत्र के अनुसार महिला का कहना है कि वह ग्राम फागुनदाह तहसील गुरुर जिला बालोद की स्थाई निवासी थी। वर्तमान में विवाह के पश्चात वह अपने पति के साथ जवाहर नवोदय विद्यालय धरमपुरा 2 जगदलपुर जिला बस्तर में रह रही थी। उनकी शादी 25 जून 2020 को ओनाकोना के निवासी दिलीप कुमार कुंजाम के साथ हिंदू रीति रिवाज के अनुसार संपन्न हुआ है। विवाह के बाद से वे दोनों पति-पत्नी के रूप में एक साथ निवासरत रहे। विवाह का पंजीयन उनके पति के द्वारा संबंधित ग्राम पंचायत फागुनदाह में करवाना था लेकिन भूलवश उन्होंने विवाह का पंजीयन कार्यालय ग्राम पंचायत फागुनदाह में नहीं करवा पाए थे। इसलिए पंजीयन के अभाव में वर्तमान में विवाह प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं हो पाया है। स्वर्गीय दिलीप कुमार कुंजाम की वह वैद्य विवाहिता पत्नी है। इस संबंध में संबंधित ग्राम पंचायत सरपंच फागुनदाह व समाज के द्वारा भी प्रमाण पत्र दिया गया है। स्वर्गीय दिलीप कुमार कुंजाम की वैध पत्नी की हैसियत से उनके पति की मृत्यु होने के पर उनके स्थान पर उन्हें अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने पर यदि भविष्य में किसी प्रकार का कोई दावा आपत्ति आती है तो उसके लिए वह स्वयं जिम्मेदार रहेंगे। शपथ पत्र में उन्होंने इसे प्रमाणित किया है। पर इधर विवाह प्रमाण पत्र बिना उनकी नियुक्ति लटकी हुई है। समाज द्वारा भी यह प्रमाणित किया गया है कि वह स्वर्गीय दिलीप कुमार कुंजाम की पत्नी हैं। पर इधर ग्राम पंचायत सचिव के अड़ियल रवैए के चलते विवाह प्रमाण पत्र जारी नहीं हो पा रहा है। वहीं इस संबंध में जब हमने सचिव से जानकारी लेनी चाही, उन्हें बार-बार फोन भी लगाया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

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