तेजकरण को ग्रेण्ड मास्टर ऑफ इण्डियन फिलाटैली सम्मान, कर्नाटक में तीसरी बार सम्मानित
बैंगलुरू/ राजनांदगांव छग। दुर्लभ एवं पुरातत्व संदर्भित वस्तुओं के संकलनकर्ताओं की संस्था मरूधर आर्ट बैंगलुरू द्वारा संकलन के क्षेत्र में अतुलनीय कार्य एवं उत्कृष्ट सेवाओं के लिए छत्तीसगढ़ के तेजकरण जैन को ग्रेण्ड मास्टर ऑफ इण्डियन फिलाटैली सम्मान से सम्मानित किया गया।
बैंगलुरू के शिक्षक सदन में आयोजित समारोह में वरिष्ठ वैज्ञानिक पद्मश्री ए.एस. किरण कुमार सेके्रटरी डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस भारत सरकार, फार्मर चेयरमेन इसरो (मंगलयान प्रोजेक्ट) एवं मरूधर आर्ट के प्रमुख राजेन्द्र मारू सहित सैकड़ों संकलनकर्ताओं की उपस्थिति में यह प्रशस्ति पत्र एवं राष्ट्रीय सम्मान 3 दिवसीय 12वीं नेशनल न्यूमिस मैटिक एक्जीविशन में 27 फरवरी को दिया गया। भारत के विभिन्न राज्यों से भिन्न – भिन्न प्रकार की सामग्रियों के संकलनकर्ताओं का स्थानीय ज्यूरी द्वारा चयनकर 15 भारतीय नागरिकों को यह सम्मान दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि श्री जैन को गौवंश पर आधारित विशाल एवं विश्व स्तरीय संकलन कर भारत में अब तक 37 सफल एकल प्रदर्शनियों के आयोजन के लिये यह सम्मान दिया गया। उनकी प्रदर्शनी बालोद, राजनांदगांव सहित कई जिले में लग चुकी है। इस सम्मान पर जिले के गौ सेवा से जुड़े हुए लोगों व जैन समाज ने भी हर्ष जताया।