वनांचल के हनुमान जन्मउत्सव में शामिल हुए जिला पंचायत सदस्य राजाराम तारम

बालोद/डौंडीलोहारा। वनांचल के ग्राम चिलमगोटा,डुमरटोला, झोलाटोला, कर्रेगांव में हनुमानजी की जन्म उत्सव में मुख्य अतिथि कांती सोनबरसा अध्यक्ष जनपद पंचायत डौंडीलोहारा रही। विशेष अतिथियों में नरेंद्र मंडावी सरपंच चिलम गोटा, राजाराम तारम जिला पंचायत सदस्य बालोद, गोविंद चंन्द्राकर विधायक प्रतिनिधि,हेमकुमार रावटे पूर्व जनपद सदस्य, चन्द्रप्रकाश सोनी पूर्व उपसरपंच रेंगाडबरी,उत्तरा घरेन्द्र मंडल अध्यक्ष, निरंजन पटोटी,तोरन कृषान, कैलाश बारले,खेलूराम ईस्दा बोहरन भंडारी की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। अतिथियों द्वारा हनुमान जी की तैल चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। सभी अतिथियों ने संकट मोचन हनुमान जी की जयंती पर प्रकाश डाला। जिला पंचायत सदस्य राजाराम ने कहा कि रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास जी हनुमान जी की लीला का वर्णन करते हुए लिखा है कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम चंद्र जी के 14 वर्ष वनवास से लेकर लंका दहन तक हनुमानजी की हमेशा दुत बनकर रहे। रावण ने सीता माता को हरन कर लंका पुरी ले गए तब पवनसुत हनुमान जी ने समुद्र लांघकर कर माता सीता का पता लगाने चले गए। सारे वानरों द्वारा समुद्र में सेतु बना कर राम लक्ष्मण जामवंत विभीषण अपने दल बल के साथ लंका पुरी सीता माता को लेने पहुंचे। मानव और दानव में लड़ाई हुई। अंजनी पुत्र पवन सूत हनुमानजी जी ने पुरी लंका को जला दिया। लाल देह लाली लसे अरु धरि लाल लंगूर, वज्र देह दानव दलन जय जय जय कपि सुर। ग्राम पंचायत जुन्ना पानी के आश्रित ग्राम डुमाटोला और झोलाटोला कर्रोगांव में भी हनुमान जी को जयंती मनाई गई। सभी जगहों पर रामचरितमानस गायन का कार्यक्रम रखा गया था। सभी अतिथियों को प्रतिक चिन्ह श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। चीलमगोटा के राहुल ईस्दा जिसका अग्नि वीर में चयन हुआ ,कृतेश भंडारी को सुबेदार बनने पर प्रतीक चिन्ह से सम्मान किया गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण जन देवस्थलों में उपस्थित हुए। श्वेत पोर्तै सरपंच जुन्नापानी, निरंजन ओटी,देव राना जनपद सदस्य, झुमुकलाल परसाई पूर्व सरपंच,रेलहा राम भुआर्य सरपंच कर्रोगांव, छबिलाल गोटे उपसरपंच, सुखराम ठाकुर,देव भंडारी चंदन भारद्वाज,रुद्रनारायण पाटिल,पवर सिह बढ़ाई मान सिंह तारम उपस्थित रहे।