डौंडी पुलिस ने सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी, कमरे में संदिग्ध परिस्थिति में मिली थी युवती की लाश, हत्यारा निकला पड़ोसी ही, रखता था बुरी नीयत, गलत काम करने के लिए बना रहा था दबाव, मना की गला दबाकर हो गया था फरार
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बालोद/ डौंडी । डौंडी पुलिस ने अंधे कत्ल की एक गुत्थी सुलझा ली है। जिसमें नर्राटोला में ही एक यादव परिवार की युवती 21 वर्षीया धनेश्वरी यादव की लाश 28 जनवरी को उसके कमरे में संदिग्ध अवस्था में मिली थी। पुलिस द्वारा घटना की सूचना मिलने के बाद डौंडी थाने की टीम सहित पुलिस डॉग स्क्वायड, एफएसएल वैज्ञानिक अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंचकर बारीकी से जांच की गई। प्रथमदृष्टिया मामला हत्या का प्रतीत होने पर मामला दर्ज कर की कार्रवाई शुरू की गई। संदेहियों से पूछताछ की गई तो मृतिका का ही पड़ोसी एक संदेही आगेश्वर साहू का नाम सामने आया। जो घटना की शाम रात को मृतका के घर आया था। दरअसल में युवती के घर कुछ मेहमान आए थे। जिनकी मेहमान नवाजी में सहयोग करने के लिए मृतिका के पिता संत राम यादव द्वारा ही आगेश्वर साहू को मदद करने के लिए बुलाया गया था। उसी की बाइक से मेहमानों के साथ शराब पीने के लिए भी गए थे। रात में शराब पीने के बाद आरोपी आगेश्वर साहू, संतराम की बेटी पर बुरी नीयत रख रहा था और खाना खाने के बाद भी घर नहीं जा रहा था। घर वाले उसकी नीयत को भांप चुके थे। उसे बार बार जाने के लिए कहते रहे फिर भी थोड़ी देर बाद चला जाऊंगा कहता था। फिर जैसे तैसे चला गया। लेकिन वह आधी रात को फिर दीवार फांद कर आ गया और युवती के कमरे में घुस आया। उस पर बुरी नीयत रखते हुए उसे गलत काम करने के लिए दबाव बनाने लगा। जब युवती ने मना किया तो फिर आरोपी ने उसका गला दबाकर हत्या कर दी। घर वालों को पता ना चले इसलिए भागते समय घर के बाहर का लाइट बंद कर चला गया। पुलिस में संदेह के आधार पर आरोपी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। जहां पर वह गोल-गोल जवाब देकर सवालों के घेरे में आ गया। और पुलिस का शक सही साबित हो गया। आरोपी को रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। मामले का खुलासा गुरुवार को बालोद जिला मुख्यालय के पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेस वार्ता के दौरान किया गया।
अपराध दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर हुआ खुलासा
घटना के बाद से पुलिस द्वारा लगातार गांव में कैंप लगाकर संदेहियों के बारे में पतासाजी किया गया। घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक बालोद एस.आर.भगत के निर्देेशन में व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक जोशी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोनिका ठाकुर, के पर्यवेक्षण में नगर पुलिस अधीक्षक राजहरा डॉ.चित्रा वर्मा के नेतृत्व में थाना डौण्डी व सायबर सेल की विशेष टीम गठित किया गया था। उक्त टीम को विवेचना क्रम में ज्ञात हुआ कि मृतिका कु.धनेश्वरी यादव के घर संदेही आगेश्वर साहू पिता डेरहाराम साहू उम्र 40 वर्ष ग्राम नर्राटोला थाना डौण्डी का आना-जाना बना रहता था। घटना दिनांक को मृतिका के पिता संतराम यादव द्वारा अपने घर पर अपने साला व अन्य रिश्तेदारों का रात्रिभोज का कार्यक्रम रखा था, जिसमें मदद हेतु संतराम द्वारा संदेही आगेश्वर साहू को फोन कर घर बुलाया गया था। आगेश्वर साहू की मोटर सायकल से संतराम व साला हलधर यादव डौण्डी खाना बनाने हेतु सामान लेने गये थे। जहां तीनों ने चिकन दुकान से चिकन खरीदने के बाद शराब दुकान से शराब खरीदकर तीनों ने शराब का सेवन वहीं शराब दुकान के पास किये, बचे हुए शराब को अन्य रिश्तेदारों के लिए ग्राम नर्राटोला लेकर आए, रात्रि मेें सभी ने शराब का सेवन किया। बाद सभी ने मिलकर घर पर रात्रि भोज किया। भोजन पश्चात संतराम के मेहमान ग्राम चिखली के लिए निकल गए।
बहाना कर रुका हुआ था आरोपी युवती के घर
आगेश्वर साहू जिसने अत्यधिक मात्रा में शराब सेवन किया था मृतिका के घर कुछ देर तक आग तापने के बहाने रूका हुआ था, इसी बीच वह मृतिका पर बुरी नजर रख रहा था। मृतिका की मां पिंगला बाई को आगेश्वर कुमार साहू की बुरी नियत पर संदेह होने से उसे घर जाने के लिए कहा गया। फिर भी वह कुछ देर और रूकने के बाद अपने घर चला गया। रात्रि में करीबन 12 से 01 बजे के मध्य मृतिका के पास आने के लिए चुपके से अपने घर से निकल कर मृतिका के घर के पीछे बाड़ी का पर्दा से लांघकर घर में प्रवेश किया।
घर वालों के कमरे का दरवाजा बाहर से बंद किया, हत्या के बाद लाइट बंद करके हो गया फरार
बाड़ी का दीवार फांदकर घर में प्रवेश करते ही आरोपी ने लड़की के माता-पिता व बडे़ भाई खिलेश्वर के कमरे के दरवाजे की कुुंडी को बाहर से लगाकर मृतिका के कमरे का दरवाजा को जोर से धकेला। धकेलने से मृतिका के कमरे का दरवाजा खुल गया। खुलने पर कमरे में दाखिल होकर उससे जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने हेतु दबाव बनाने लगा। जिसका मृतिका द्वारा विरोध करने एवं चिल्लाकर माता पिता व भाई को बुलाने की धमकी देने पर आरोपी द्वारा मृतिका का गला दबाकर हत्या कर दिया गया। घटना को अंजाम देने के बाद घर से निकलने के पूर्व घर के बाहर का मुख्य लाईट को बंद किया ताकि कोई उसे देख न सके व दबे पांव वहां से भागकर अपने घर चला गया। विवेचना पश्चात् संदेह के आधार पर पड़ोसी आगेश्वर साहू पिता डेरहाराम साहू उम्र 40 वर्ष ग्राम नर्राटोला थाना डौण्डी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर गोलमोल जवाब देने लगा, जिससे शक की सुई आगेश्वर साहू पर आकर रूक गई, जिससे हिकमतअमली यानी कड़ाई से पूछताछ करने पर अपराध करना स्वीकार किया। अपराध सबूत पाये जाने पर 30.01.2025 को आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल दाखिल किया गया।
इनकी रही भूमिका
उक्त अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में सायबर प्रभारी उप निरीक्षक जोगेन्द्र साहू थाना प्रभारी डौण्डी उप निरीक्षक उमा ठाकुर, सउनि डी.एल.रावटे, सउनि गोपाल रजक, प्र.आर. ज्ञानेश चंदेल, आरक्षक पुकेश साहू, ईश्वर भण्डारी, अजय महाला, युगल किशोर, सायबर सेल प्र.आरक्षक भुनेश्वर मरकाम, रूमलाल चुरेन्द्र, विवेक शाही, आरक्षक आकाश सोनी, राहुल मनहरे, संदीप यादव, विपिन गुप्ता, मिथलेश यादव, पूरन प्रसाद, योगेश पटेल, गुलझारी साहू, का विशेष योगदान रहा।