बालोद। छत्तीसगढ़ शिवसेना बालोद द्वारा कलेक्टर एवं एसपी बालोद को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि जिले में माइक्रो फाइनेंस के नाम पर ग्रामीण इलाकों में आम गरीब महिलाओं के समूह बनवाकर लाखों करोड़ों रुपए लोन के नाम पर बांटे जा रहे हैं। एक एक समूह को पांच से पन्द्रह बीस बैंकों द्वारा लोन दिया गया है। यह मामला इन बैंकों की कार्यशैली और नैतिकता पर प्रश्न चिन्ह लगता है। शिवसेना जिलाध्यक्ष विजय पारख एवं जिले के शिवसेना नेता डॉ संजीव कुमार ने ज्ञापन के माध्यम से जिले के इन उच्चाधिकारियों से मांग की है कि आम जनता बैंकों के कर्ज़ के बोझ तले ना दबे जिसके कारण आज गांव का माहौल अशांत हो रहा है। विजय पारख ने कहा कि गांव के भोली भाली जनता इस तरह के कुकुरमुत्ते की तरह फैले बैंकों के छोटे छोटे कर्जों के चलते भयाक्रांत है । उनकी आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो रही है। बैंक भारतीय रिजर्व बैंक की गाइड लाइन का ऐलान करे और शासन की महात्वाकांक्षी जन कल्याणकारी योजनाओं का अक्षरशः पालन हो। शिवसेना के पदाधिकारियों ने बताया कि लोन के नाम पर गड़बड़ी किए जाने का मामला गुरुर क्षेत्र में सामने आया है। इस संदर्भ में गुरुर थाने पहुंचकर भी संबंधित महिला समूह के लोगों के साथ शिकायत दर्ज कराई गई है।गुरुर थाना क्षेत्र की महिला समूहों ने शिवसेना संगठन बालोद के नेतृत्व में अपने समूह के लोन की राशि में हुए फ्रॉड करने वाले व्यक्ति ख़ोरबाहरा कैवर्त हाल मुकाम निवासी कुंदरु पारा बालोद आदि के खिलाफ थाना गुरुर में सूचना रिपोर्ट दर्ज कराया है।