बालोद। छत्तीसगढ़ में फिलहाल भाजपा की सरकार है लेकिन कुछ अफसरों में अभी भी कांग्रेसी विचारधारा हावी है। इसका एक मामला जल संसाधन विभाग में सामने आया है। 5 साल तक कांग्रेस की सत्ता के अधीन काम कर चुके अफसर जब भाजपा की सत्ता आ चुकी है तब भी कांग्रेस के नेताओं को ही तवज्जो दे रहे हैं और भाजपा की उपेक्षा हो रही है। ऐसा ही एक मामला जल संसाधन यानि सिंचाई विभाग में सामने आने पर बालोद के भाजपा नेता जनसेवक राकेश यादव ने जल संसाधन विभाग के मंत्री केदार कश्यप से लिखित शिकायत कर कार्यपालन अभियंता पर कांग्रेसी विचारधारा होने का आरोप लगाया और एक कार्यक्रम में भाजपा नेताओं की उपेक्षा किए जाने की शिकायत की। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए शासन ने तत्काल कार्यपालन अभियंता पीयूष देवांगन को बालोद से हटा दिया है। इस कार्यवाही के बाद से विभागीय सहित राजनीतिक महकमे में खलबली मची हुई है। भाजपाइयों का कहना है कि अभी भी कुछ विभाग के अफसरों में कांग्रेस प्रेम गया नहीं है और यही वजह है की होने वाले कई प्रमुख आयोजनों में स्थानीय भाजपा नेता सहित जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की जाती है। राकेश यादव ने ऐसे मामलों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए चेतावनी दी थी कि भाजपा के कार्यकर्ता सहित नेता ऐसे अफसर की हरकतों से नाराज हैं और कभी भी जन आंदोलन की नौबत आ सकती है।
क्या था मामला
सिंचाई विभाग द्वारा करोड़ों की लागत के कार्यो का भूमिपूजन मे भाजपा जनप्रतिनिधियो की उपेक्षा के बाद जनसेवक राकेश यादव की नाराजगी विभाग के कार्यपालन अभियंता को भारी पड़ गई। राकेश यादव की नाराजगी के बाद प्रदेश सरकार ने कार्यपालन अभियंता पीयूष देवांगन को बालोद से हटाकर अधीक्षण अभियंता शिवनाथ मंडल दुर्ग मे संलग्न कर दिया है। मामला दो दिन पुराना है। सिंचाई विभाग द्वारा बीरेतरा डायवर्सन के लिए भूमिपूजन कराया गया था। विभाग ने भूमि पूजन मे विधायक संगीता सिन्हा, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष चद्रेश हिरवानी को अतिथि के रूप मे आमंत्रित किया था। सिंचाई विभाग ने भूमिपूजन कार्य मे सांसद, जनपद अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य सहित भाजपा नेताओ की पूरी तरह अनदेखी की थी। सिंचाई विभाग द्वारा सांसद, जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्य की उपेक्षा किए जाने की जानकारी जब जन सेवक राकेश यादव को हुई तो उन्होने अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए नाराजगी व्यक्त की। राकेश यादव के तीखे तेवर के बाद मामला राज्य शासन तक पहुंचा एवं विभाग ने इसे जल संसाधन संभाग बालोद की गंभीर त्रुटि मानते हुए उन्हे तत्काल प्रभाव से बालोद कार्यपालन अभियंता पीयुष देवांगन को प्रभार से हटा दिया गया।
जारी हुआ यह आदेश
प्रमुख अभियंता द्वारा जारी आदेश मे कहा गया है कि कार्यपालन अभियंता जल संसाधन संभाग बालोद पीयुष देवांगन को वैकल्पिक, आंतरिक व्यवस्था के अंतर्गत अधीक्षण अभियंता शिवनाथ मंडल दुर्ग मे कार्य संपादित करेंगे। अर्थात् वे अब बालोद के प्रभार मे नही रहेंगे। बिरेतरा डायवर्सन से बिरेतरा, मेढ़की सहित दर्जरभर ग्रामो की 316हे. कृषि भूमि मे सिंचाई होगी। जिसमे 8 किलोमीटर लंबी नहर लाईनिंग का कार्य होगा। इतने महत्वपूर्ण कार्य के लिए क्षेत्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधियो की उपेक्षा करने एवं कांग्रेस नेताओं को महत्व देने के मामले मे जिले के राजनीतिक क्षेत्र मे तीखी प्रतिक्रियाएं देखी जा रही थी। राकेश यादव के तीखे तेवर के बाद मामले मे अंततः कार्यवाही हो गई। वहीं जनसेवक राकेश यादव ने कहा निर्वाचित जनप्रतिनिधियो की इस प्रकार की उपेक्षा बर्दास्त नही की जाएगी।
मंत्री केदार कश्यप को लिखा था इस तरह से राकेश यादव ने नाराजगी भरा पत्र
आयोजन में जनप्रतिनिधियों, भाजपा नेताओं की उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाते हुए जन सेवक राकेश यादव ने केदार कश्यप मंत्री वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन छ.ग. शासन, रायपुर को नाराजगी भरा एक पत्र लिखा था। जिसमें कार्यपालन अभियंता पीयूष देवांगन द्वारा भाजपा जनप्रतिनिधियों के साथ उपेक्षापूर्ण व्यवहार की शिकायत थी। पत्र में राकेश यादव ने कहा था कि बालोद जिला में जलसंसाधन संभाग के प्रभारी कार्यपालन अभियंता पीयूष देवांगन द्वारा ग्राम बिरेतरा में भूमिपूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसमें क्षेत्रीय भाजपा सांसद भोजराज नाग बालोद, प्रेमलता उपाध्यक्ष कल्याण साहू जिला पंचायत, कृतिका साहू तथा जिला भाजपा अध्यक्ष से मण्डल अध्यक्ष पदाधिकारी को भूमिपूजन अतिथि नहीं बनाया गया। कांग्रेस क्षेत्रीय विधायक संगीता सिन्हा मुख्य अतिथि बालोद, कांग्रेसी कमेटी अध्यक्ष चन्द्रेश हिरवानी कार्यक्रम की अध्यक्षता किए एवं अन्य कांग्रेस नेता ही अतिथि रहे। ऐसे कांग्रेसी विचारधारा अधिकारियों को तत्काल प्रभार प्रभारी कार्यपालन अभियंता पद से हटाया जाना चाहिये। इससे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं जनप्रतिनिधि में आक्रोश व्याप्त है, कभी भी जनआंदोलन खड़ा हो सकता है।