November 21, 2024

गौसेवा की एक अच्छी पहल: कन्हारपुरी में खुला श्री शंकर गौरी गोपाल आश्रम, दिव्यांग गौ माता की होगी यहां पर सेवा

भागवत कथा के दौरान मिलने वाली दानराशि को इस गौशाला में लगाया जाएगा

गुरुर। गुरुर ब्लॉक के ग्राम कन्हारपुरी में भागवत कथा से जुड़े लोगों द्वारा मिलकर एक श्री शंकर गौरी गोपाल नाम से गौशाला आश्रम खोला गया है। जिसकी अपनी विशेष खासियत है। इस गौशाला में खासतौर से दिव्यांग गौ माता की सेवा की जाएगी। भागवत कथा आयोजन के दौरान मिलने वाली दान राशि को पूरी तरह से इस आश्रम गौशाला को चलाने में खर्च किया जाएगा। इस गौशाला के बारे में श्री दास बंटी गोपाल कुंभज जी महाराज ने बताया कि जो दुर्घटना का शिकार होते हैं ऐसी गौ माता को यहां लाकर सेवा किया जाता है। वही ऐसे माता-पिता जिनके कोई सहारा नहीं है उन्हें भी यहां मदद की जाती है। आने वाले दिनों में यहां संस्कार शाला भी लगाया जाएगा। बच्चों को नैतिक जीवन की शिक्षा दी जाएगी। जैसे आजकल के बच्चे हुमायूं बाबर के बारे में तो पढ़ते हैं लेकिन भगत सिंह, महाराणा प्रताप जैसे भारत के वीर सपूतों के बारे में ज्यादा जानते नहीं है। उनके जीवन की जानकारी दी जाएगी। अब्दुल कलाम ने कैसे संघर्ष किया ऐसे महान लोगों के बारे में शिक्षा दी जाएगी। भागवत कथा पुराण में जो भी आय होती है उसका पैसा इस आश्रम में लगाया जाता है। 20 से 25 गरीब बच्चों की भी मदद दान राशि से कर चुके हैं। जो बच्चे और दिव्यांग अपनी स्कूल का फीस नहीं पटा पाते उनकी भी मदद करते हैं। यह जमीन अमृत सोनी ज्योतिष आचार्य और कमल नारायण साहू की है। जहां अब गौशाला संचालित हो रहा है। दास बंटी गोपाल कुंभज महाराज ने बताया उन्होंने वृंदावन से दीक्षा ली है। उन्होंने ऐसा करने के विचार के पीछे बताया कि मुझ पर ईश्वरी कृपा है। पेशे से वे एक मूर्तिकार चित्रकार है और भगवान के चित्र और मूर्तियां बनाते हुए भागवत की ओर प्रेरित हुए। शास्त्रों के अनुसार जाति प्रथा है ही नहीं। विश्व हिंदू परिषद जाति प्रथा को लेकर फैली भ्रांति को दूर करने को लेकर जागरूक कर रही है। रामायण से लोगों को जीवन की शिक्षा लेनी चाहिए। आज लोग संस्कारों से दूर हो रहे हैं। यहां पर मुख्य उद्देश्य विकलांग गौ माता की सेवा करना है। साथ ही अतिअनाथ माता-पिता की भी सेवा यहां की जाएगी। भागवत कथा के माध्यम से जो भी दान आता है उसका इस्तेमाल यहां होगा। प्रत्येक रविवार को यहां निशुल्क संस्कार शाला लगाई जाएगी। प्राइमरी, मिडिल और हाई स्कूल स्तर पर यहां संस्कार की कक्षा लगेगी। फिलहाल गौ माता की सेवा से इसकी शुरुआत की गई है। यहां अभी 8 से10 दिव्यांग गौ माता हैं। इसी साल नवरात्रि के समय से इसकी शुरुआत की गई है। शासन प्रशासन से अभी हमें कोई मदद नहीं मिली है लोग नारे तो देते हैं गौ हत्या बंद करो लेकिन वही गौ माता जब सड़क पर दुर्घटना का शिकार हो पड़ी रहती है तो उसे कोई उठाने तैयार नहीं होता। यही सीख हम समाज को देना चाहते हैं और गौ सेवा को बढ़ावा दे रहे हैं। गौ माता कहीं भी हो जो हमारी नजर में आएंगे उसे यहां लायेंगे। गुरुर क्षेत्र में गौ माता की सेवा को बढ़ावा दिया जाएगा। इस गौशाला का आश्रम का नाम श्री शंकर गौरी गोपाल आश्रम कन्हारपुरी गुरुर रखा गया। कहीं भी कोई गौ माता दुर्घटनाग्रस्त रहती है तो लोग यहां पहुंचा सकते हैं। पहुंचाने वाले को भी सहायता राशि दे दी जाएगी। उन्हें गाड़ी का खर्चा दे दिया जाएगा। लोगों से अपील की जा रही है कि कहीं भी गौ माता दुर्घटनाग्रस्त नजर आती है तो सूचना दें और यहां पहुंचाएं। यहां हम डॉक्टर बुलाकर उनकी सेवा करेंगे। कहीं गौ माता दिव्यांग है तो ऐसे गौ माता को जल्द से जल्द गौशाला लाकर उनकी सेवा की जाएगी। खास तौर से इस आश्रम में विकलांग गायों का ही मुफ्त इलाज होना है। जो सेवा धर्म के उद्देश्य से किया जा रहा है। भविष्य में कहीं भी गायों का एक्सीडेंट या बीमारी से पैर, मुंह आदि को कुछ होता है तो यहां पहुंचाने में सहयोग जनता कर सकती है। इस दौरान आश्रम का भ्रमण करने के लिए विश्व हिंदू परिषद के जिला सह मंत्री व प्रखंड अध्यक्ष पेमन साहू, महेंद्र सिन्हा सहित अन्य पहुंचे हुए थे।

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