रूपसिंह रावटे मीडिया प्रभारी घीना ,ने मनाया अपने सुपुत्री जागृति रावटे का जन्मदिन
बालोद।ग्राम घीना में भारतीय दर्शन में पिता पुत्री का प्रेम एक अतुलनीय माना गया है। यदि पिता का प्रथम संतान बेटी हो तो मातृ ऋण से मुवित का साधन बन जाता है। आपको बता दें की शनिवार को घीना के मीडिया प्रभारी रूपसिंह रावटे ने दिव्यांग होने के बावजूद अपने पुत्री की द्वितीय जन्मदिन का भव्य आयोजन 7 सितम्बर को अपने निवास घीना में धूमधाम के साथ मनाई। तीज त्यौहार मौक़े पर रावटे परिवार जनों का सम्मिलित होना और जन्मदिन पर बधाई गीत गाकर बेटी को आशीर्वाद देकर उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” इस नारे को उसने जन्म दिवस के अवसर पर पूर्ण किया गणेश चतुर्थी का पावन माहौल और बेटी का जन्म दिन ऐसा सुनहरा संयोग सबको नही मिलता। इस कार्यक्रम में गंगदेव रावटे,राधे लाल रावटे, द्रोण कुमार निषाद, कमलनारायण साहु, श्रीमतीआस बाई रावटे, दसोदा बाई मसिया, खोमेश बाई रावटे, कामनी विश्कर्मा, जमुना विश्कर्मा, सुश्री तानिया निषाद, गुनगुन निषाद, गीतांजलि निषाद, दक्ष निषाद, विवान निषाद, प्रियांश निषाद, टिकेश्वर पुसरिया,ने उपस्थित होकर बेटी को आशीर्वाद दिये।