स्वास्थ्य और राजस्व विभाग की भर्ती में गड़बड़ी का आरोप: डौंडीलोहारा के कुंवर लाल निवेंद्र सिंह टेकाम ने सौंपा कलेक्टर को ज्ञापन

बालोद। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बालोद
और राजस्व विभाग के अतंर्गत जारी विज्ञापन को निरस्त करने की मांग को लेकर कुँवर लाल निवेन्द्र सिंह टेकाम ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। कुंवर लाल निवेंद्र सिंह टेकाम द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया की कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बालोद द्वारा विभिन्न रिक्त पदो पर सीधी भर्ती हेतु विज्ञापन जून 2022 में जारी किया गया था। जिसमें ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला, ड्रेसर ग्रेड 1, ड्रेसर ग्रेड 2, लैब असिंसटेट एवं डाकरूम असिंसटेट के 44 पद सीधी भर्ती निकाला गया था। उक्त विज्ञापन में निम्नांकित विवरण अनुसार त्रुटि पूर्ण है।

त्रुटी पूर्ण है उक्त विज्ञापन

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला बालोद के जारी विज्ञापन में कंडिका के 23 के चयन प्रक्रिया हेतु मापदण्ड में 12 वी. कक्षा का प्राप्तांको का प्रतिशत 40 एवं पैरामेडिकल के प्राप्तांको का प्रतिशत 35 एवं अनुभव का अंक 25 हैं जबकि शासन द्वारा स्पष्ट निर्देश है कि अनुभव का अधिकतम अंक 15 से अधिक नही होना चाहिए। उक्त भर्ती प्रक्रिया का विज्ञापन ही शुरू से विवादत रहा हैं। कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला बालोद के विज्ञापन कांग्रेस के शासन काल में किए है भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने पर काग्रेस पार्टी को लाभ मिलेगा। भर्ती प्रक्रिया दो वर्ष से अधिक हो गया है।भर्ती प्रकिया में मेरिट के आधार पर किया जाने का उल्लेख किया गया है। कोविड काल के विद्यार्थियो का अधिक से अधिक बिना पढ़े अधिक अंक दिया गया है। जो कि पूर्व पीड़ित बेरोजगार के साथ अन्याय है। जारी विज्ञापन में काग्रेस पार्टीयो द्वारा अपने कार्यकर्ताओ के हित के लिए विज्ञापन जारी कराया गया है। कुंवर लाल निवेंद्र टेकाम द्वारा कलेक्टर को सौपे ज्ञापन में बताया गया की बालोद जिला कार्यालय द्वारा मई 2023 में राजस्व विभाग हेतु विभिन्न रिक्त पदो हेतु विज्ञापन जारी किया गया था। जिसमें सहायक ग्रेड 3, स्टेनोटायपिस्ट, वाहन चालक, भृत्य, अर्दली, चैकीदार, फर्राश, एवं प्रोसेस सर्वर के पद थे। जिसका पात्र-अपात्र की सूची, मेरिट लिस्ट, एवं दस्तावेज सत्यापन हो चुका है। जिसमें जिले के स्थानीय निवासी अभ्यार्थियो को बोनस अंक न देकर अन्य जिले के अभ्यार्थियो को प्राथमिकता दी गई है। जो जिले के स्थानीय बेरोजगारो के साथ अन्याय पूर्ण व्यवहार है। जैसे पूर्व में जांजगीर चांपा में भर्ती प्रकिया में हुआ है कि अनेक पोराबाई जैसे अभ्यार्थियो को जिनका 99. 75 प्रतिशत के साथ भर्ती में शामिल थे।बालोद जिले में 75000 से अधिक युवा बेरोजगार है जिनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए, इस भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने हेतु आवेदन प्रस्तुत है। आगे नगरीय निकायो का चुनाव होना है, जिसमें स्थानीय युवाओं में सरकार के प्रति आक्रोश की स्थिति उत्पन्न न हो इस हेतु भर्ती निरस्त करने की मांग प्रशासन से किया है। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार अरुण उपाध्याय मौजूद रहे।

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