बालोद। लोक शिक्षण संचालनालय शिक्षा विभाग महानदी रायपुर द्वारा समस्त जिला एवं ब्लॉक के अधिकारियों को आदेशित किया गया है कि स्कूल के रसोइयों को केवल 10 माह का मानदेय प्रदान करना है। लेकिन रसोइयों द्वारा 16 जून से लेकर 30 अप्रैल तक लगभग 10 माह 15 दिन कार्य किया गया है। उन्हें 15 दिन का मानदेय नहीं दिए जाने के कारण रसोइयों में नाराजगी है और इसके चलते रसोईया संघ ने स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम के नाम से कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। इस ज्ञापन के जरिए छत्तीसगढ़ मध्यान्ह भोजन रसोइया संघ कांग्रेस ने अपना निर्णय बताया है कि आगामी शिक्षा सत्र में 1 जुलाई से 30 अप्रैल तक ही काम करेंगे। सरकार हमें 10 माह का मानदेय दे रही है । यदि किसी प्रकार की परेशानी होती है तो इसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी। संघ के जिलाध्यक्ष पंचुराम देशमुख ने बताया कि जब शिक्षा सत्र 16 जून से शुरू हुआ था और हमने बराबर जाकर सभी दिन काम किए हैं तो फिर मानदेय में 15 दिन की कटौती किस बात की, की जा रही है। यह गलत है। इस वजह से सब ने निर्णय लिया है कि सरकार के आदेश के मुताबिक ही हम सिर्फ दस माह काम करेंगे। चाहे स्कूल 16 जून को खुले या कभी भी। हम जुलाई से लेकर अप्रैल के निर्धारित दिनों में ही काम करेंगे।