गणतंत्र दिवस पर शिक्षक युगल देवांगन हुए सम्मानित
बालोद। पिछले दो वर्षो से कोरोना के कारण स्कूली बच्चो की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी जिसके चलते अनेक शिक्षकों ने पढ़ई तुंहर द्वार के अन्तर्गत कोरोना महामारी के समय स्वैच्छिक रूप से विशिष्ट कार्य किए हैं और बच्चों की पढ़ाई निरंतर जारी रखने का प्रयास किया है। ऐसे शिक्षकों में युगल देवांगन , सहायक शिक्षक शास प्रा शाला बघमरा संकुल गुण्डरदेही , जिन्होंने विभिन्न नवाचार के माध्यम से इस महामारी के दौरान बच्चो की पढ़ाई अनवरत जारी रखने का प्रयास किए हैं। आज गणतंत्र दिवस पर जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संसदिव सचिव गुरुदयाल सिंह एवं विधायक कुंवर सिंह निषाद द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं शील्ड प्रदान कर उनका उत्साह वर्धन किया गया।श्री देवांगन द्वारा कोरोना काल में बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने के लिए विभिन्न नवाचार जैसे कागज से सृजनात्मक कार्य के अन्तर्गत कागज से विभिन्न वस्तुएं जैसे रंग बिरंगे फूल , पतंग , लिफाफा, मेंढ़क , हवाई जहाज , पानी जहाज , झूमर आदि बनाना सिखाया । साथ ही जिले में जिला नोडल पर कार्य करते हुए अन्य शिक्षकों से भी विभिन्न प्रकार के शैक्षिक खिलौने बनाने हेतु प्रेरित किया गया।
इसके साथ साथ बहुत ही रोचक शिक्षण पद्धति कठपुतली कला के माध्यम से शिक्षा प्रदान किया जाना , इस कला के द्वारा बच्चो को पाठ का सारांश चल चित्र के रूप में उनके समक्ष प्रस्तुत करने से बच्चो में स्थाई ज्ञान की प्राप्ति होती है। उनका कहना है कि बच्चे कार्टून्स जैसे दिखने वाले पुतलियों को देखकर बहुत आनंदित होते हैं।
शास प्रा शाला बघमरा में आस पास बहुत सारे प्राइवेट स्कूल होने के बावजूद 161 बच्चे अध्ययन कर रहे हैं जो कि जिले के अधिकतम दर्ज संख्या वाले स्कूलों में से एक हैं। शाला के सभी शिक्षकों द्वारा इसके लिए पालकों से संपर्क कर विशेष रूप से उन्हें शाला से जोड़ने का प्रयास करते हैं।
अधिकारियों ने बढ़ाया हौसला
कार्यक्रम में उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी पी सी मरकलेे , डी एम सी अनुराग द्विवेदी , ए पी सी जी एल खुरश्याम के साथ अन्य अधिकारियों ने कार्यों कि सराहना की। शाला के स्टाफ पूर्णिमा साहू , दीपिका भुआर्य , थनेश्वरी सिन्हा , ममता साहू के अलावा शाला समिति के अध्यक्ष हरीश निषाद एवं माध्यमिक शाला के अध्यक्ष कलिंदा निषाद ने शुभकामनाएं दी ।