अभी घर पर रहें तो अच्छा है क्योंकि अपने हक की लड़ाई के लिए आदिवासी समाज ने किया है चक्काजाम, शाम तक रहेगी यही स्थिति, यात्री बसों को भी रोका, पुलिस प्रशासन अलर्ट
बालोद। बालोद जिले के अलग-अलग इलाकों में आदिवासी समाज द्वारा चक्काजाम शुरू कर दिया गया है। सुबह 11 बजे से पुलिस प्रशासन मुस्तैद है। प्रमुख चौक चौराहों पर समाज के लोग बैठे हुए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन हो रहा। बालोद की बात करें तो पुलिस प्रशासन काफी संख्या में तैनात है। यहां पर प्रदर्शन करते हुए यात्री बसों को भी रोक दिया गया है। लगभग 1 घंटे से यात्रियों से भरी बसें खड़ी हुई है। सड़कों पर लंबी कतारें लग गई है। किसी को आने जाने नहीं दिया जा रहा है। पुलिस प्रशासन अप्रिय घटना के अंदेशों को लेकर अलर्ट है। समाज के लोग नारेबाजी के साथ प्रदर्शन कर रहें हैं। दल्ली चौक ही नहीं बल्कि बाईपास व घोटिया चौक के पास भी एक तरह से रास्ता बंद किया गया है। तो वही दल्ली राजहरा मार्ग पर मानपुर चौक और डौंडी मार्ग में भी रास्ता बंद किया गया। इस तरह प्रमुख मार्ग में बंद करके समाज अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद कर रहा है। इस प्रदर्शन से आम लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। यात्री बसों में लोग सवार हैं। उन्हें अपने गंतव्य तक जाने में परेशानी होगी। तो वहीं अन्य वाहनों को भी रोका गया है। समाज का कहना है कुछ घण्टो में बसों को छोड़ देंगे। बांकी गाड़ियों को 5 बजे तक जाने नही दिया जाएगा। इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी।
सोमवार को छग सर्व आदिवासी समाज जिला एवं ब्लॉक इकाई द्वारा आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार एवं 10 सूत्रीय मांगों को लेकर 20 सितंबर को महाबंद के निर्णय के अनुसार ये प्रदर्शन हो रहा है । प्रवक्ता प्रेमलाल कुंजाम व रविंद्र नेताम ने बताया कि अब तक प्रदेश सरकार की ओर से कोई सुनवाई नहीं की गई है। युवा प्रभाग के जिलाध्यक्ष नीरज ठाकुर, ललित कांवरे, दीपक सहारे ने बताया कि बालोद में दल्ली चौक, पड़कीभाट बाईपास, घोटिया चौक, गुरुर में पुरुर नेशनल हाईवे, रानी दुर्गावती चौक, गुंडरदेही में अर्जुन्दा शहीद वीर नारायण सिंह चौक, डौण्डीलोहारा में विवेकानंद चौक, डौण्डी में मथाई चौक और मानपुर चौक को बंद किया गया है । इस महाबंद में व्यापारिक प्रतिष्ठान, बाजार, आवागमन वाहनों सहित अन्य को बंद किया गया है। सिर्फ इमरजेंसी सेवा ही चालू है .
आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ता ही जा रहा: गंगराले
सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष यूआर गंगराले ने बताया कि लगातार बेकसूर आदिवासियों के साथ अत्याचार बढ़ता जा रहा है। सिलगेर मामले की गोलीबारी में मृतकों के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए।इन्ही सब मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ हम प्रदर्शन कर रहे हैं .
जज,एसपी तक की गाड़ी रोकी, पब्लिक भी परेशान
प्रदर्शनकारियों द्वारा जिला जज के विनोद कुजूर तक की गाड़ी को रोक दिया गया. एसपी की गाड़ी भी रोकी गई. इसके अलावा आम जनता की गाड़ियों को पूरी तरह रोक दिया गया है.मुख्य मार्गों के अलावा शॉट कट मार्गों को भी बंद करवा दिया गया है. बाइक वालों को भी जाने नहीं दिया जा रहा है. इससे कई जगह तनाव की स्थिति भी बन रही. पुलिस प्रशासन समाज को समझाने की कोशिश कर रही है. दुकानों को बंद करवाया जा रहा है.